कैलाश मानसरोवर यात्रा 5 साल बाद फिर से शुरू हो रही है। सरकार ने यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिए हैं। 13 मई रजिस्ट्रेशन की लास्ट डेट है। यात्रा 30 जून से शुरू होकर 25 अगस्त तक चलेगी। इस बार उत्तराखंड और सिक्किम के रास्ते कुल 15 जत्थे इस यात्रा पर जाएंगे। पिछले कुछ सालों में कोविड-19 और भारत-चीन सीमा विवाद की वजह से यात्रा बंद थी। हालांकि अब दोनों देशों की आपसी सहमति के बाद यात्रा एक बार फिर से शुरू हो रही है। कैलाश मानसरोवर यात्रा का विशेष महत्व है, लेकिन यात्रा को लेकर तीर्थयात्रियों के मन में असमंजस की स्थिति और कई सवाल होते हैं। जैसे- रजिस्ट्रेशन कैसे करें, यात्रा का रूट क्या होगा, कैसे जाएं-कहां रुकें, गाइडलाइन क्या है। तो चलिए, आज जरूरत की खबर में इन्हीं सवालों का जवाब जानते हैं। साथ ही बात करेंगे कि- सवाल- कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें? जवाब- बिना रजिस्ट्रेशन के कैलाश मानसरोवर यात्रा में नहीं जा सकते हैं। ऐसे में रजिस्ट्रेशन के लिए इच्छुक तीर्थयात्री सबसे पहले ऑफिशियल वेबसाइट http://kmy.gov.in पर जाएं। वहां एक रजिस्ट्रेशन फॉर्म मिलेगा, जिसे ध्यानपूर्वक पढ़ने के बाद ही भरें। फॉर्म में पर्सनल डिटेल्स, यात्रा की डिटेल्स, हेल्थ सर्टिफिकेट समेत सभी जरूरी चीजों को भरने के बाद सबमिट करें। यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन फीस भी जमा करनी होगी। रजिस्ट्रेशन से जुड़ी 3 जरूरी बातें… सवाल- इस यात्रा के लिए कौन-कौन जा सकता है? जवाब- विदेश मंत्रालय के मुताबिक, कैलाश मानसरोवर यात्रा के रजिस्ट्रेशन के लिए तीर्थयात्री को कुछ शर्तों का पालन करना होगा। जैसे- तीर्थयात्री भारतीय हो, पासपोर्ट अनिवार्य है। ऐसे ही कुछ जरूरी चीजों को ग्राफिक्स में समझाया गया है… सवाल- यात्रा के लिए मेडिकल टेस्ट क्यों सबसे जरूरी है? जवाब- यात्रियों को करीब 6,638 मीटर (21,778 फीट) तक की ऊंचाई पर यात्रा करनी होती है, जहां ऑक्सीजन की कमी होती है और हवा का दबाव कम होता है। ऐसे में लोग हाइपोक्सिया (ऑक्सीजन की कमी) के कारण परेशानी महसूस कर सकते हैं। इस स्थिति में यात्री को पल्मोनरी एडिमा, सिर में सूजन (सिरब्रल एडिमा) जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में तीर्थयात्रियों का पूरी तरह स्वस्थ होना जरूरी है। इसके लिए रजिस्टर्ड तीर्थयात्रियों को दिल्ली हार्ट एंड लंग इंस्टीट्यूट (DHLI) और ITBP बेस हॉस्पिटल दिल्ली में मेडिकल टेस्ट करवाना पड़ता है। इस टेस्ट में ब्लड टेस्ट, एक्स-रे, ECG और अन्य कई जरूरी जांच की जाती हैं। यात्रा मार्ग में भी मेडिकल टेस्ट होता है… दरअसल, DHLI और ITBP बेस हॉस्पिटल में जांच के बाद एक और मेडिकल जांच होती है। यह जांच लिपुलेख मार्ग (3,220 मीटर) और नाथूला मार्ग (4,115 मीटर) पर की जाती है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि शरीर ऊंचाई पर कैसे प्रतिक्रिया करता है। जो यात्री वहां फिट पाए जाते हैं, केवल उन्हें ही आगे की यात्रा जारी रखने की परमिशन मिलती है। सवाल- कैलाश मानसरोवर यात्रा का रूट क्या है? जवाब- कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए दो प्रमुख रूट हैं। आप अपनी सुविधा, बजट और समय के हिसाब से रूट का चयन कर सकते हैं। इसे नीचे दिए ग्राफिक से समझिए- सवाल- कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों का चयन किस तरह किया जाता है? जवाब- यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों का चयन कंप्यूटर द्वारा लॉटरी ड्रॉ से किया जाता है, जिससे सभी को बराबरी का मौका मिलता है। इस प्रक्रिया में यह ध्यान रखा जाता है कि पुरुष और महिला दोनों को समान अवसर मिले। सवाल- यात्रा के लिए कौन-कौन से डॉक्यूमेंट्स जरूरी हैं? जवाब- रजिस्ट्रेशन पूरा होने के बाद सबसे पहले दिल्ली में कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट्स का वेरिफिकेशन कराना होता है। इसके बाद यात्रा के दौरान भी ये डॉक्यूमेंट अपने पास रखना अनिवार्य है। इन्हें ग्राफिक से समझिए- सवाल- कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए पैकिंग करते समय किन जरूरी चीजों का ध्यान रखना चाहिए? जवाब- इसके लिए नीचे दिए ग्राफिक को देखिए- सवाल- अगर कोई तीर्थयात्री यात्रा के दौरान बीमार पड़ जाए तो क्या होगा? जवाब- अगर तीर्थयात्री हल्का बीमार होता है तो भारतीय मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ उसकी मदद करेगा। लेकिन अगर गंभीर समस्या होती है तो उसे हेलिकॉप्टर से अस्पताल ले जाया जाता है, जो उसकी खुद की लागत पर होगा। हालांकि हेलिकॉप्टर निकासी मौसम पर निर्भर करती है। सवाल- क्या कैलाश मानसरोवर यात्रा के दौरान खाने-पीने और रहने की व्यवस्था की जाती है? जवाब- हां, यात्रा के दौरान भोजन और आवास की पूरी व्यवस्था की जाती है। भारत में लिपुलेख और नाथूला मार्गों के लिए KMVN और STDC इन व्यवस्थाओं का ध्यान रखते हैं। तिब्बत में, वहां के TAR अधिकारी आवास और अन्य जरूरी सुविधाएं प्रदान करते हैं। यात्रा के खर्च के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए “Fees and Expenditure for Yatri” वेबपेज पर देख सकते हैं। ………………
जरूरत की ये खबर भी पढ़ें… साइबर लिटरेसी- चारधाम यात्रा के नाम पर साइबर फ्रॉड:हजारों की चपत, रहें सतर्क, जानें रजिस्ट्रेशन और बुकिंग का सही तरीका चारधाम यात्रा 30 अप्रैल(आज) से शुरू हो रही है। यह 6 नवंबर तक चलेगी। अब तक 20 लाख से ज्यादा लोग ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर चुके हैं, लेकिन ठग भी सक्रिय हो गए हैं। हाल ही में गोरखपुर में एक युवक को हेलिकॉप्टर यात्रा का लालच देकर ठगी की गई। अगर आप भी यात्रा पर जाने की तैयारी कर रहे हैं, तो श्रद्धा के साथ सतर्कता रखना जरूरी है, ताकि ठगी से बचा जा सके। पूरी खबर पढ़िए…