दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी IT सर्विस ब्रांड इंफोसिस को वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में 6,806 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है। सालाना आधार पर इसमें 11.4% की बढ़ोतरी हुई है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 6,106 करोड़ रुपए का कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट हुआ था। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी ने 41,764 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया। सालाना आधार पर इसमें 7.6 % की बढ़ोतरी हुई है। एक साल पहले यानी Q3 FY23-24 में टेक कंपनी ने 38,821 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से मिलने वाला पैसा रेवेन्यू होता है। FY25 की दूसरी तिमाही में इंफोसिस का मुनाफा 11% बढ़ा सालाना आधार पर तिमाही आधार पर एक साल में 17.98% चढ़ा इंफोसिस का शेयर तिमाही नतीजों से पहले इंफोसिस का शेयर आज गुरुवार (16 जनवरी) को 1.52% की गिरावट के बाद 1,920 के स्तर पर बंद हुआ। पिछले एक महीने में कंपनी का शेयर 3.03% गिरा है। जबकि 6 महीने में ये 11.24% और एक साल में 17.68%चढ़ा है। कंपनी का मार्केट कैप 7.98 लाख करोड़ रुपए है। दूसरी तिमाही में कंपनी को हुआ था 6,506 करोड़ का मुनाफा इंफोसिस को वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में 6,506 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। सालाना आधार पर इसमें 4.7% की बढ़ोतरी रही। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 6,212 करोड़ रुपए का कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट हुआ था। जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी ने 40,986 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया। सालाना आधार पर इसमें 5.1% की बढ़ोतरी हुई है। एक साल पहले यानी Q2 FY23-24 में टेक कंपनी ने 38,994 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से मिलने वाला पैसा रेवेन्यू होता है। नारायण मूर्ति ने 1981 में की थी कंपनी की शुरुआत 1981 में स्थापित, इंफोसिस एक NYSE लिस्टेड ग्लोबल कंसलटिंग और आईटी सर्विसेज कंपनी है। 250 डॉलर (आज के हिसाब से करीब 21,000 रुपए) की पूंजी से कंपनी की शुरुआत हुई थी। आज इसका मार्केट कैप 8.03 लाख करोड़ रुपए है। 40 साल पुरानी कंपनी के 56 से अधिक देशों में करीब 1900 ग्राहक है। इसकी दुनियाभर में 13 सब्सिडियरी कंपनियां है। कंपनी के नारायण मूर्ति हैं। CEO और मैनेजिंग डायरेक्टर सलील पारेख है। डी सुंदरम लीड इंडिपेंडेंट डायरेक्टर है।