अगला 6 महीना तय करेगा रियल एस्टेट सेक्टर का भविष्य; त्योहार का पड़ेगा असर, मांग में तेजी की संभावना

पहले से आर्थिक संकट से जूझ रहे रियल एस्टेट सेक्टर पर कोरोनावायरस महामारी का बुरा प्रभाव पड़ा है। हालांकि, अब इसमें सुधार की उम्मीद जताई जा रही है। देश में रियल एस्टेट स्टेक होल्डर्स का मौजूदा सेंटिमेंट्स साल 2020 की दूसरी तिमाही (अप्रैल-जून) में 22 के स्कोर पर है। जो इसकी पहली तिमाही में 31 पर था। 25वें नाइट फ्रैंक-फिक्‍की-नरेडको रियल एस्टेट सेंटिमेंट्स इंडेक्स की दूसरी तिमाही के सर्वे के मुताबिक, स्टेक होल्डर्स ने अगले छह माह में इसमें सुधार की उम्मीद जताई है। सर्वे के मुताबिक, फ्यूचर सेंटिमेंट्स इंडेक्स साल 2020 की दूसरी तिमाही में सुधर कर 41 हो गया है। जबकि इससे पहले यह 36 था।

साल 2020 की दूसरी तिमाही में 41 है

इस सर्वे के मुताबिक, साझीदारों का ‘फ्यूचर सेंटिमेंट स्कोर’ अब भी निराशा में है, लेकिन साल 2020 की दूसरी तिमाही में 41 है, जो साल 2020 की पहली तिमाही के 36 से बेहतर है। इसका क्रेडिट मैक्रो इकोनॉमिक इंडिकेटर्स में अपेक्षित सुधार और नये बिजनेस मॉडल्स अपनाने को जाता है। बता दें कि यह सर्वे अप्रैल-जून 2020 और जुलाई 2020 की पहले दो सप्ताह के आधार पर तैयार किया गया है।

सेक्टर को है त्योहारों से उम्मीद

नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन शिशिर बैजल ने कहा कि कुछ मैक्रो इकोनॉमिक इंडिकेटर्स थोड़ी बेहतरी दिखा रहे हैं। साल की दूसरी तिमाही त्योहारों से भरी होगी, इसलिए स्टेक होल्डर्स ने पिछली तिमाही की तुलना में बेहतर सेंटिमेंट प्रदर्शित किए हैं। इस स्थिति में हम उम्मीद करते हैं कि त्योहारों के कारण लॉकडाउन में छूट मिलेगी, जिससे आर्थिक गतिविधियां दोबारा शुरू होने में मदद मिलेगी और मांग बढ़ेगी।हालांकि कुछ कंपनियां रियल इस्टेट के रिट को लेकर पॉजिटिव हैं।

रिटेल और संस्थागत निवेशक रिट्स में पैसा लगा रहे हैं

टाटा रियल्टी एंड इंफ्रा के चेयरमैन संजय दत्त ने कहा कि रेजिडेंशियल मार्केट के सेंटिमेंट के बारे में अनुमान है कि यह आगे भी कम रह सकता है, क्योंकि लॉकडाउन अभी भी है। रिटेल और संस्थागत निवेशक रिट्स में पैसा लगा रहे हैं। आप इस साल के अंत तक देखेंगे कि 10 करोड़ वर्ग फुट स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट हो जाएगा। हमारा अनुमान है कि 2 से 3 अरब डॉलर का निवेश मार्च 2021 तक एक्सचेंज पर आएगा।

सेंट्रल बैंक और सरकार ने प्रोत्साहन के उपायों की घोषणा की है
शिशिर ने आगे कहा है कि सेंट्रल बैंक और सरकार ने प्रोत्साहन के उपायों की घोषणा की है, जिन्होंने इस कठिन समय में अर्थव्यवस्था को तुरंत राहत दी है। हालांकि मांग को बढ़ाने वाले उपायों की भी जरूरत है, ताकि अर्थव्यवस्था में सेंटिमेंट बेहतर हों। सस्ते घर के लिए प्रोत्साहन, इस सेक्टर के लिए कर्ज की उपलब्धता को सरल बनाना और डेवलपर लोन्स की एक बार में रीस्ट्रक्चरिंग करना ताकि यह सेक्टर संकट से उभर सके।

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पहले से आर्थिक संकट से जूझ रहे रियल एस्टेट सेक्टर पर कोरोनावायरस महामारी का बुरा प्रभाव पड़ा है। हालांकि, अब इसमें सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।