सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बाद हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में जारी नेपोटिज्म और कैम्पबाजी पर बहस के बीच ऑस्कर विजेता संगीतकार एआर रहमान ने इस मामले को लेकर अपने विचार रखे हैं। उनका कहना है कि बॉलीवुड में एक गैंग है जो उनके बारे में अफवाहें फैलाकर उनको काम मिलने में रोड़े अटका रही है। इस मामले पर कंगना ने भी प्रतिक्रिया दी है।
सुशांत की आखिरी फिल्म ‘दिल बेचारा’ में संगीत देने वाले एआर रहमान ने एक इंटरव्यू में कहा, ‘मैं अच्छी फिल्मों को मना नहीं करता हूं लेकिन मुझे लगता है कि कोई गैंग है जो गलतफहमी के चलते गलत खबरें फैला रहा है।’
‘लोगों ने मुकेश को मेरे पास आने से रोका था’
‘दिल बेचारा’ के बारे में बताते हुए रहमान ने कहा, ”जब मुकेश छाबड़ा (दिल बेचारा के डायरेक्टर) मेरे पास आए, तो मैंने उन्हें दो दिनों में ही चार गाने बनाकर दे दिए। तब उन्होंने मुझसे कहा, ‘सर, जाने कितने लोगों ने कहा कि मत जाओ, उनके (एआर रहमान) पास मत जाओ और इसके लिए मुझे कई कहानियां भी सुनाईं’।”
इस वजह से मुझे अच्छी फिल्में नहीं मिल रहीं
रहमान के मुताबिक, ‘मैंने उन्हें सुना और अहसास किया कि ओके अब मुझे समझ आ गया कि मैं कम काम (हिंदी फिल्मों में काम) क्यों कर रहा हूं और अच्छी फिल्में मेरे पास क्यों नहीं आ रही हैं। मैं डार्क फिल्में ही कर रहा हूं, क्योंकि मेरे खिलाफ काम करने वाला एक पूरा गिरोह है, बिना ये जाने कि वे नुकसान पहुंचा रहे हैं।’
‘मेरे पास सभी का स्वागत है’
एक रेडियो चैनल को दिए इंटरव्यू में रहमान ने आगे कहा, ‘लोग मुझसे काम की उम्मीद कर रहे हैं, लेकिन यहां लोगों का एक और गिरोह भी है जो इसे होने से रोक रहा है। ये ठीक है, क्योंकि मैं भाग्य में विश्वास करता हूं और मैं ये भी मानता हूं कि हर चीज भगवान से मिलती है। इसलिए मैं अपनी फिल्में ले रहा हूं और अपने दूसरे काम कर रहा हूं। लेकिन मेरे पास आने के लिए आप सभी का स्वागत है। सुंदर फिल्में बनाओ और मेरे पास आने के लिए आने पर आपका स्वागत है।’
कंगना बोलीं- यहां सबके साथ ऐसा होता है
रहमान के इस इंटरव्यू की खबर को शेयर करते हुए टीम कंगना ने भी सोशल मीडिया पर इस बारे में अपनी प्रतिक्रिया दी। कंगना की ओर से उन्होंने लिखा, ‘हर कोई इस उद्योग में उत्पीड़न और बुलिंग का अनुभव करता है, खासकर जब आप अपना काम खुद और पूरी तरह स्वतंत्र होकर करते हैं।’