भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) से मिली मंजूरी के बाद अब अमेरिकी कंपनी कार्लाइल ग्रुप (Carlyle Group) पीरामल फार्मा में 20 फीसदी की हिस्सेदारी खरीद सकती है। ग्लोबल इन्वेस्टमेंट कंपनी कर्लाइल अजय पीरामल की फार्मा कंपनी पीरामल फार्मा में 20 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 3700 करोड़ रुपए का भुगतान करेगी। यह डील भारतीय फार्मास्युटिकल सेक्टर में सबसे बड़ी डील है।
इससे पहले जून में पीरामल ग्रुप ने रेग्यूलेटरी फाइलिंग में कहा था कि कार्लाइल ने पीरामल एंटरप्राइजेज की सब्सडीयरी कंपनी पीरामल फार्मा में 20 फीसदी हिस्सेदारी 490 मिलियन डॉलर ( 3,700 करोड़ रुपए) में ली है। रिपोर्ट्स के मुताबिक पीरामल फार्मा का बिजनेस करीब 20 हजार करोड़ का है।
दिसंबर 2020 तक डील हो सकती है पूरी
कंपनी के चेयरमैन अजय पीरामल ने कहा कि इक्विटी निवेश की फाइनल अमाउंट शुद्ध डेट और एक्सचेंज रेट सहित डील फाइनल होने के पहले तक प्री एग्रीड कंडीशन आदि पर निर्भर करेगा। कार्लाइल और पीरामल फार्मा की यह डील दिसंबर 2020 तक पूरी हो सकती है।
पीरामल इंटरप्राइजेज को वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही में 1702 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ था। कोरोना संकट के बीच वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में कंपनी ने 1038 करोड़ रुपए का रेवेन्यू दिया है। शुक्रवार को कारोबार के अंत में पीरामल इंटरप्राइजेज का मार्केट कैप 30,079 करोड़ रुपए का था। जबकि शेयर 1.26 फीसदी की बढ़त के साथ 1331.10 पर बंद हुआ था।
पीरामल फार्मा का बिजनेस
पीरामल फार्मा का बिजनेस 100 से अधिक देशों में फैला हुआ है। इसमें कॉन्ट्रैक्ट डेवलपमेंट और मैन्यूफैक्चरिंग बिजनेस (CDMO), कंज्यूमर हेल्थ सर्विस बिजनेस और एलरगन इंडिया के साथ एक जॉइंट वेंचर भी शामिल है।
अमेरिकी कंपनी कार्लाइल और पीरामल फार्मा के बीच हो रहा यह डील भारतीय फार्मास्युटिकल सेक्टर में सबसे बड़ी डील होगी। इससे पहले मई में कार्लाइल ने प्योर-प्ले एनिमल हेल्थकेयर कंपनी सीक्वेंट साइंटफिक (SeQuent Scientific) में हिस्सेदारी खरीदी थी।