अब साइकिल से चलेंगे पुलिस जवान, अपने इलाके के हर व्यक्ति की रखेंगे जानकारी

एक तरफ जहां पुलिस को हाईटेक बनाकर उसे तमाम संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ फरीदाबाद पुलिस फिर से अंग्रेजों के नक्शेकदम पर चलने जा रही है। कार अथवा बाइक से चलने वाले पुलिसकर्मी अब साइकिल गश्त करेंगे। पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह ने पुलिस की कार्यप्रणाली में बदलाव किया है।

पुलिसकर्मी बीट सिस्टम पर काम कर साइकिल से गश्त करेंगे। उन्हें अपनी बीट के हर व्यक्ति के बारे में जानकारी रखनी होगी। घर के मुखिया का मोबाइल नंबर तक होगा। संबंधित क्षेत्र के एसीपी और डीसीपी बीट में रहने वालों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनेंगे। इस पुरानी कार्यप्रणाली को फिर से लागू करने का मकसद पुलिसकर्मियों को स्वस्थ रखने के साथ-साथ अपराधियों की पहचान करना और अपराध पर नियंत्रण पाना है। बीट एरिया का सुपरविजन संबंधित थाना प्रभारी करेंगे।

हर बीट पर दो पुलिसकर्मी होंगे तैनात
पुलिस कमिश्नर ने सोमवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर जिले में पुलिस की कार्यप्रणाली को रिवाइज कर बीट सिस्टम लागू करने का फैसला किया। उन्होंने कहा हर बीट में दो पुलिस कर्मचारी तैनात होंगे। बीट एरिया का सुपरविजन थाना प्रभारी करेंगे। संबंधित क्षेत्र के डीसीपी व एसीपी बीट एरिया में जाकर लोगों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनेंगे। इसके अलावा समय-समय पर पुलिस कमिश्नर स्वयं जाकर बीट में रहने वाले लोगों से रूबरू होंगे। बीट में तैनात पुलिस कर्मचारियों को साइकिल उपलब्ध कराई जाएंगी।

बीट सिपाही पर होगी पूरी जानकारी

पुलिस कमिश्नर के अनुसार बीट सिपाही पर उसके एरिया में आने वाले हर घर का ब्यौरा होगा। इसके अलावा पुलिसकर्मी के पास उसकी बीट में रहने वाले प्रत्येक परिवार के घर के मुखिया का मोबाइल नंबर भी होगा। बीट में तैनात पुलिसकर्मी वाट्सएप ग्रुप द्वारा सभी परिवारों से जुड़े रहेंगे। उन्हें यह भी पता होगा कि उनके एरिया में आपराधिक किस्म के कौन लोग हैं। आपराधिक गतिविधियां जैसे गांजा, अवैध शराब, गैंबलिंग आदि कहां-कहां होती है। इसकी जानकारी रहेगी। इससे उन पर शिकंजा कसने में आसानी रहेगी।

ऑनलाइन सेवाओं के बारे में जानकारी भी देंगे

सीपी ने बताया पुलिसकर्मी वाट्सएप के जरिए लोगों से जुड़ेंगे और अपने एरिया के लोगों को भी अपने बारे में बताएंगे ताकि पब्लिक को पता चल सके कि उनके एरिया का बीट पुलिसकर्मी कौन है। बीट पुलिसकर्मी अपने एरिया में रह रहे लोगों को पुलिस की ऑनलाइन सर्विस के बारे में भी जानकारी देंगे। जैसे पुलिस वेरिफिकेशन, ऑनलाइन शिकायत, मिसिंग प्रॉपटी की शिकायत आदि।

सिपाही को 120 रुपए मिलता है साइकिल भत्ता

अंग्रेजों के समय में बनाई गई व्यवस्था के तहत पुलिसकर्मियों को साइकिल भत्ता दिया जाता है। आज भी हरियाणा पुलिस को साइकिल भत्ता के रूप में प्रतिमाह 120 रुपए मिलते हैं। इस भत्ते से वह साइकिल के खराब होने पर उसका मेंटिनेंस करा सकेंगे। पुलिस जवान को एक माह खुराक के लिए 840 रुपए का भत्ता भी मिलता है।

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फरीदाबाद. बीट रिवाइज करने को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक करते सीपी ओपी सिंह।