अमेजन ने कर्मचारियों को टिक टॉक डिलीट करने का आदेश पांच घंटे बाद ही वापस लिया, कहा- गलती से चला गया ईमेल

दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन अपने उस ईमेल को लेकर बैकफुट पर आ गया है जिसमें उसने अपने कर्मचारियों को तुरंत टिक टॉक ऐप हटाने को कहा था। ईमेल भेजने के पांच घंटे बाद ही अमेजन की तरह से सफाई दी गई कि मेल गलती से चला गया था।
अमेजन ने मीडिया को मेल करके बताया कि कुछ कर्मचारियों को गलती से ईमेल भेजे गए। टिक टॉक के संबंध में फिलहाल हमारी नीतियों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

सुरक्षा के लिहाज से बताया गया था खतरा

पहले भेजे गए ईमेल में कर्मचारियों से टिकटॉक को हटाने के लिए कहा गया था। ईमेल में ऐप से सुरक्षा खतरों का हवाला दिया गया था। कंपनी का कहना है कि चीनी ऐप सुरक्षा के लिए खतरा है, इसलिए उसे फोन पर टिक टॉक इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए, जिस पर अमेजन से ईमेल आते हैं। हालांकि, विवाद बढ़ने के बाद कंपनी ने टिकटॉक हटाने संबंधी ईमेल को गलती करार दिया है।

अमेजन के हैं 8.40 लाख से अधिक कर्मचारी

वॉलमार्ट के बाद अमेजन दूसरा सबसे बड़ा अमेरिकी निजी एंप्लॉयर है, जिसके दुनिया भर में 8.40 लाख से अधिक कर्मचारी हैं और टिक टॉक के खिलाफ जाने से ऐप पर दबाव बढ़ सकता है। चीनी इंटरनेट कंपनी ByteDance टिक टॉक की मालिक है। जिसे चीन के बाहर के यूजर्स के लिए डिज़ाइन किया गया है।

ऐसे में यदि कंपनी अपना आदेश वापस नहीं लेती, तो टिकटॉक को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता था। पिछले महीने भारत और चीनी सैनिकों के बीच सीमा झड़प के बाद भारत सरकार ने टिक टॉक समेत 59 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया है।

अमेरिका भी लगा सकता है चाइनीज ऐपपर बैन

भारत में चीनी ऐप बैन होने के बाद अब अमेरिका में भी इन ऐप्स पर बैन लग सकता है। हाल ही में अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने चीनी ऐप टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाए जाने के भारत के फैसले की तारीफ की थी। अब अमेरिका भी टिकटॉक समेत सभी चाइनीज ऐप पर प्रतिबंध लगा सकता है। पोम्पिओ ने कहा, अमेरिका टिकटॉक समेत ‘चीनी सोशल मीडिया ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने’ पर निश्चित रूप से विचार कर रहा है।

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दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन अपने उस ईमेल को लेकर बैकफुट पर आ गया है जिसमें उसने अपने कर्मचारियों को तुरंत टिक टॉक ऐप हटाने को कहा था