अमेरिकी सेना ने शनिवार को सोमालिया में इस्लामिक स्टेट (ISIS) के आतंकियों पर एयरस्ट्राइक की। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के आदेश के बाद ये एयरस्ट्राइक गोलिस पर्वत इलाके में की गई थी। यूएस डिफेंस सेक्रेटरी पीट हेगसेथ के मुताबिक इस एयरस्ट्राइक में कई ISIS आतंकियों की मौत हुई है। डोनाल्ड ट्रम्प ने X पोस्ट में बताया कि गुफाओं में ISIS आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने इन एयरस्ट्राइक्स का आदेश दिया था। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन की आलोचना करते हुए यह भी कहा कि उन्होंने ISIS आतंकवादियों के खिलाफ तेजी से कार्रवाई नहीं की। यूएस अफ्रीका कमांड ने X पर इस एयरस्ट्राइक की तस्वीरें शेयर कीं… ट्रम्प ने कहा- जो अमेरिका पर हमला करना चाहते हैं, उन्हें हम मार गिराएंगे ट्रम्प ने X पोस्ट में लिखा- ‘आज सुबह मैंने अमेरिकी सेना को सटीक हवाई हमले करने का आदेश दिया, जिससे ISIS का सीनियर अटैक प्लानर और उसके साथी आतंकवादी मारे गए। ये हत्यारे, जो गुफाओं में छिपे हुए थे, अमेरिका और हमारे साथियों के लिए खतरा थे। इन एयरस्ट्राइक्स में गुफाओं को नष्ट कर दिया गया और कई आतंकवादियों को मार गिराया गया, लेकिन किसी भी आम नागरिक को कोई नुकसान नहीं हुआ।’ उन्होंने आगे कहा, ‘हमारी सेना कई साल से इस ISIS के सीनियर अटैक प्लानर को निशाना बना रही थी, लेकिन बाइडेन और उनके साथी इसे खत्म करने के लिए तेजी से काम नहीं कर सके। मैंने किया! ISIS और उन सभी के लिए संदेश साफ है जो अमेरिकियों पर हमला करना चाहते हैं – हम तुम्हें ढूंढ निकालेंगे और मार गिराएंगे।’ अमेरिकी रक्षा मंत्री बोले- इन एयरस्ट्राइक्स से ISIS की क्षमता कम हुई अमेरिकी रक्षा मंत्री हेगसेथ ने कहा कि इन एयरस्ट्राइक्स से ISIS की अमेरिका, उसके सहयोगियों और निर्दोष नागरिकों के खिलाफ आतंकी हमले करने की क्षमता कम हुई है। इन एयरस्ट्राइक्स से साफ संकेत मिलता है कि अमेरिका आतंकवादियों को ढूंढकर खत्म करने के लिए हमेशा तैयार है, चाहे वे कहीं भी छिपे हों। अखबार द हिल के मुताबिक, ट्रंप पहले भी ISIS जैसे आतंकी संगठनों को चेतावनी दे चुके हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा था कि सीरिया में बशर अल-असद की सत्ता गिरने के बाद अमेरिका को सीरिया से दूर रहना चाहिए। ट्रम्प ने गुरुवार को पत्रकारों से कहा, ‘हम सीरिया में शामिल नहीं हैं। सीरिया अपनी समस्या खुद देखे। वहां पहले से ही बहुत मुश्किलें हैं। उन्हें हर मुश्किल सुलझाने के लिए हमारी जरूरत नहीं है।’