देश के निजी क्षेत्र के तीसरे सबसे बड़े बैंक एक्सिस बैंक ने अपने कर्मचारियों की सैलरी में 12 प्रतिशत का इजाफा करने का निर्णय किया है। यह ऐसे समय में फैसला लिया गया है जब कोविड-19 की वजह से प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। इससे पहले आईसीआईसीआई और एचडीएफसी बैंक ने भी इसी तरह का फैसला लिया था। इसके साथ ही बैंक बोनस भी देगा।
कोविड में सैलरी कटौती और छंटनी हो रही थी
दरअसल कोरोना में घरेलू और वैश्विक बैंकों में बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की सैलरी में कटौती और छंटनी हुई थी। हालांकि निजी क्षेत्र के इन तीनों बैंकों ने सैलरी वृद्धि के साथ बोनस भी कर्मचारियों को दिया है। देश के कई बैंक अभी भी लागत घटाने की योजना पर काम कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक बैंक के टॉप अधिकारियों की सैलरी में हालांकि कटौती की गई है। जिसमें कोटक महिंद्रा बैंक के एमडी की सैलरी में 10 प्रतिशत की कटौती की गई थी। जबकि सीनियर मैनेजमेंट की सैलरी में 15 प्रतिशत की कटौती की गई थी।
जून में घटी थी एक्सिस बैंक की क्रेडिट रेटिंग
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग ने जून में एक्सिस बैंक की क्रेडिट रेटिंग को निवेश ग्रेड से कम कर दिया था। ऐसा इसलिए क्योंकि कोविड से इसकी असेट क्वालिटी और लाभ पर असर हो सकता है। कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक ने हाल में 9 अरब डॉलर की पूंजी इक्विटी बाजार से जुटाई है। इस पूंजी का उपयोग भविष्य में किसी जरूरत के लिए किया जाएगा।
4 से 12 प्रतिशत तक बढ़ेगी सैलरी
जानकारी के मुताबिक एक्सिस बैंक कर्मचारियों की सैलरी में 4 से 12 प्रतिशत का इजाफा करेगा। यह फैसला 1 अक्टूबर से लागू हो चुका है। प्रदर्शन के आधार पर यह बढ़त होगी। बैंक के पास कुल 76,000 कर्मचारी हैं। इसी के साथ बैंक अपने कर्मचारियों को बोनस भी देगा। इससे पहले निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक ने अप्रैल से ही अपने कर्मचारियों की सैलरी बढ़ा दी है। यह बढ़त प्रदर्शन के आधार पर हुई है। साथ ही बोनस भी दिया गया है।
आईसीआईसीआई बैंक ने अपने एक लाख कर्मचारियों में से 80 हजार कर्मचारियों को बोनस दिया था और सैलरी बढ़ाया था। यह फैसला जुलाई से लागू हुआ है।