आईसीआईसीआई बैंक ने शनिवार को कहा कि चालू कारोबारी साल की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में उसका स्टैंडअलोन शुद्ध लाभ 36 फीसदी बढ़कर 2,599 करोड़ रुपए रहा। पिछले कारोबारी साल की पहली तिमाही में बैंक ने 1,908 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। बैंक ने शेयर बाजारों को दी गई सूचना में कहा कि उसकी कुल स्टैंडअलोन आय इस दौरान 21.8 फीसदी बढ़कर 26,066 करोड़ रुपए रही। यह पिछले साल की समान तिमाही में 21,405.50 करोड़ रुपए थी।
कंसॉलिडेटेड शुद्ध लाभ बढ़कर 3,117.68 करोड़ रुपए पर पहुंचा
बैंक का कंसॉलिडेट शुद्ध लाभ इस दौरान 24 फीसदी बढ़कर 3,177.68 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। यह एक साल पहले की समान अवधि में 2,513.69 करोड़ रुपए था। बैंक की कंसॉलिडेटेड आय इस दौरान 12 फीसदी बढ़कर 37,939.32 करोड़ रुपए पर पहुंच गई, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 33,868.89 करोड़ रुपए थी। पिछली तिमाही में बैंक ने आईसीआईसीआई लोंबार्ड जनरल इंश्योरेंस कंपनी की 3.96 फीसदी और आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योंरेंस कंपनी की 1.5 फीसदी हिस्सेदारी बेची। इस बिक्री से बैंक को 3,092.93 करोड़ रुपए की आय हुई।
असेट क्वालिटी सुधरी
पिछली तिमाही में बैंक की असेट क्वालिटी में सुधार हुआ। ग्रॉस एनपीए घटकर 5.46 फीसदी पर आ गया, जो एक साल पहले 6.49 फीसदी था। नेट एनपीए भी इस दौरान 1.77 फीसदी से घटकर 1.23 फीसदी रह गया। बैड लोन और कंटिंगजेंसी के विरुद्ध प्रोविजनिंग दोगुनी होकर 7,593.95 करोड़ रुपए पर पहुंच गई, जो एक साल पहले 3,495.73 करोड़ रुपए थी।
कोरोनावायरस संबंधी प्रोविजनिंग बढ़कर 8,275 करोड़ पर पहुंची
पिछली तिमाही में बैंक ने कोरोनावायरस संबंधी प्रोविजनिंग में 5,550 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी की। इससे 30 जून 2020 को बैंक की कोरोनावायरस संबंधी प्रोविजनिंग 8,275 करोड़ रुपए पर पहुंच गई। बैंक ने कहा कि यह प्रोविजनिंग आरबीआई के 17 अप्रैल 2020 के दिशानिर्देश के मुताबिक जरूरत से ज्यादा है। बैंक के घरेलू कर्ज में सालाना आधार पर 10 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। वहीं, बैंक का कुल कर्ज 7 फीसदी बढ़कर 6,31,215 करोड़ रुपए पर पहुंच गया।