इस साल स्नीकर्स अलग रंग-रूप में दिखाई देंगे। क्लासिक्स में ऑफबीट ट्विस्ट होंगे, सोल उभरे हुए होंगे जो इन्हें पहले से ज्यादा आकर्षक बनाएंगे।
स्नीकर्स ने तय किया लंबा सफर
18वीं सदी में लोग रबर के बने जूते पहनते थे, जो ‘पलिमसोल्स’ के नाम से मशहूर थे। ये खुरदुरे होते थे और इनमें राइट या लेफ्ट नहीं था। 1892 में यूएस रबर कंपनी ने जूते लॉन्च किए जो कैनवस से बने थे। ये ‘केड्स’ के नाम से मशहूर हुए। इन्हें ‘स्नीकर्स’ भी कहा जाने लगा कि ये जरा आवाज़ नहीं करते थे। 1924 में स्नीकर्स को अंतरराष्ट्रीय पहचान तब मिली जब एडी डैसलर नामक जर्मन व्यक्ति ने इन्हें अपने नाम से लॉन्च किया: एडिडास।
ये दुनिया के सबसे मशहूर एथलेटिक शूज बने। 1950 के दशक में टीनेजर्स में इनका क्रेज़ बढ़ा। स्नीकर्स की बिक्री तब आसमान छूने लगी जब 1984 में माइकल जॉर्डन ने नाइकी के साथ ‘एयर जॉर्डंस’ का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया। अमूमन नए स्नीकर्स नई तकनीक के साथ ही आते हैं। इसीलिए ये महंगे फुटवेयर भी साबित होते हैं।

1. हाई रोलर्स – हाई पैटर्न में ये स्ट्रीट स्मार्ट क्लासिक्स किसी भी आउटफिट को बहुत कूल बना देंगे।

2. फ्रेश वाइट्स- ये एक्स्ट्रा व्हाइट स्नीकर्स हैं जिनमें कुछ छिपे हुए बारीक डिटेल्स भी दिए गए हैं। क्लीन और स्लिक लाइंस के अलावा ब्रैंडिंग भी दिखती है।

3. टेक्ड आउट ट्रेनर्स- केवल कार्डियो और स्क्वैट्स के लिए ही नहीं बने हैं। यह टेक माइंडेड किक्स है, जो अपनी स्लिक प्रोफाइल, स्मूद स्ट्राइड और फ्यूचरिस्टिक डिजाइन की वजह से टेस्ला ऑफ स्नीकर्स माने जा रहे हैं।

4. फ्लाइंग कलर्स- अब स्नीकर्स पर कई रंग दिखाई देंगे। टाय एंड डाय प्रिंट्स भी दिखेंगे।

5. चंकी सोल – फैशन फॉरवर्ड सोल्स चंकी लुक देंगे और किसी भी आउटफिट को आसानी से अपग्रेड कर देंगे।