आज (बुधवार, 9 अक्टूबर) नवरात्रि के सातवें दिन देवी कालरात्रि की पूजा करें। कालरात्रि का स्वरूप बहुत भयानक है। मां दुर्गा के इस स्वरूप की पूजा करने से भक्तों के सभी भय दूर होते हैं और शत्रुओं से रक्षा होती है। कालरात्रि की पूजा में नीले, पीले या लाल कपड़े पहनने चाहिए। देवी को गुड़ का भोग लगाएं। सुबह स्नान के बाद घर के मंदिर में देवी की पूजा और व्रत करने का संकल्प लें। विधिवत पूजा करें और दिनभर व्रत रखें। देवी के मंत्रों का जप करें। शाम को फिर से पूजा करने के बाद व्रत खोलें। हमारे शरीर में सप्त (सात) चक्र हैं, इन सात चक्रों में से देवी कालरात्रि सहस्त्रार चक्र में वास करती हैं। देवी का ध्यान करने से ये चक्र जागृत होता है। नवरात्रि से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए… मंदिर खुलने के पहले ही मां का श्रृंगार : मैहर में त्रिकूट पर्वत पर विराजीं मां शारदा; रात में पुजारी भी नहीं रुक सकते मां शारदा का मंदिर मप्र के मैहर जिला मुख्यालय से 6 किमी दूर विंध्य की वादियों में 600 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। ये मंदिर देवी के शक्तिपीठों में शामिल है। यहां मां सती का हार गिरा था। मंदिर की प्रतिमा करीब 1500 साल पुरानी मानी जाती है। पढ़िए पूरी खबर…