आज (30 दिसंबर) पौष अमावस्या है। माना जाता है कि इस तिथि पर किए गए पूजन कर्म, श्राद्ध, और दान-पुण्य से अक्षय पुण्य मिलता है। अक्षय पुण्य यानी ऐसा पुण्य जिसका शुभ असर जीवनभर बना रहता है। इस तिथि चंद्र दिखाई नहीं देता है और अगले दिन से चंद्र फिर से धीरे-धीरे बढ़ना शुरू कर देता है। इसलिए ये पर्व नई शुरुआत करने का प्रतीक है। महाभारत, स्कंद पुराण, गरुड पुराण जैसे कई ग्रंथों में अमावस्या का जिक्र है। जानिए अमावस्या पर कौन-कौन से शुभ काम किए जा सकते हैं… पितृ के लिए करें श्राद्ध और दान-पुण्य अमावस्या पर नदी स्नान करने की है परंपरा मंत्र जप और ध्यान करें पीपल की करें पूजा सूर्य को अर्घ्य देकर करें दिन की शुरुआत, चंद्र की भी करें पूजा ये बातें भी ध्यान रखें अमावस्या पर घर-परिवार में शांति बनाए रखनी चाहिए, क्लेश नहीं करना चाहिए। गुस्से से बचें, अधर्म न करें और किसी का अनादर न करें।