20-21 जुलाई की मध्यरात्रि में दुर्लभ खगोलीय घटना होने जा रही है। आज रात सूर्य और शनि के बीच में पृथ्वी आ जाएगी। ये तीनों ग्रह एक सीधी लाइन में आ जाएंगे। इसे सेटर्न एट अपोजिशन कहा जाता है। 2020 के बाद इस तरह की घटना 2 अगस्त 2021 को होगी। इससे पहले 14 जुलाई को गुरु और 16 जुलाई को प्लूटो ग्रह के साथ ऐसी स्थिति बन चुकी है।
भोपाल की विज्ञान प्रसारक और इस क्षेत्र में नेशनल अवार्ड प्राप्त सारिका घारू ने बताया कि सोमवारी की रात करीब 3 बजकर 44 मिनट पर शनि, पृथ्वी और सूर्य एक सीधी लाइन में आ जाएंगे। अपोजिशन की स्थिति में इस साल शनि और पृथ्वी के बीच की सबसे कम रहेगी। आज अमावस्या होने से चंद्र दिखाई देगा। शनि ग्रह पूर्व दिशा में सामान्य आंखों से भी तारे के समान देखा जा सकेगा। किसी टेलिस्कोप या अच्छे बाइनाकुलर से शनि के रिंग भी आसानी से देखे जा सकेंगे।
शनि का 11 घंटे का होता है एक दिन
शनि, सूर्य से 149 करोड़ 76 लाख किमी की दूर स्थित है। इतनी दूरी पर ये ग्रह सूर्य की परिक्रमा करता है। सूर्य के प्रकाश को शनि तक पहुंचने में करीब 83 मिनट लगते हैं। शनि इतना विशाल ग्रह है कि इसके व्यास पर 9 पृथ्वियां रखी जा सकती हैं। शनि का एक दिन लगभग 11 घंटे के बराबर होता है। इसका एक साल पृथ्वी के 29 सालों से कुछ अधिक रहता है। हाइड्रोजन और हीलियम से बने इस गैसीय पिंड में ठोस धरातल नहीं है। शनि के 82 चंद्र हैं। 53 चंद्रमाओं की पुष्टि हो चुकी है और 29 अन्य की पुष्टि की जा रही है।