भारतीय लग्जरी होटल चेन ‘द लीला’ की पैरेंट कंपनी श्लॉस बैंगलोर लिमिटेड का IPO आज यानी 26 मई से सब्सक्रिप्शन के लिए ओपन होगा। रिटेल निवेशक इसके लिए 28 मई 2025 तक बोली लगा सकते हैं। वहीं 23 मई 2025 को एंकर इन्वेस्टर्स बोली लगा सकेंगे। इस इश्यू के जरिए कंपनी 3,500 रुपए जुटाना चाहती है। इस IPO में कंपनी 2,500 करोड़ रुपए के 5.75 करोड़ नए शेयर इश्यू करेगी। 1,000 करोड़ रुपए कीमत के 2.30 करोड़ शेयर ऑफर फॉर सेल के तहत रहेंगे। मिनिमम और मैक्सिमम कितना पैसा लगा सकते हैं?
कंपनी ने IPO का प्राइस बैंड ₹413 से ₹435 तय किया है। रिटेल निवेशक मिनिमम एक लॉट के लिए बिडिंग कर सकते हैं, जिसमें 34 शेयर्स मिलेंगे। यदि आप IPO के अपर प्राइस बैंड 435 रुपए के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते हैं, तो इसके लिए 14,790 रुपए निवेश करने होंगे। वहीं, रिटेल निवेशक मैक्सिमम 13 लॉट या 442 शेयर्स के लिए अप्लाय कर सकते हैं। इसके लिए निवेशकों को अपर प्राइस बैंड के हिसाब से 1,92,270 रुपए इन्वेस्ट करने होंगे। इश्यू का 10% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व
IPO का लगभग 75% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs)के लिए अलॉट किया गया है। इसके अलावा इश्यू का 15% नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स और बचा हुआ 10% रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व रखा गया है। कंपनी ये IPO क्यों ला रही?
श्लॉस बैंगलोर इस IPO से जुटाए गए फंड्स में से 2,300 करोड़ रुपए का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए करेगी। इसके अलावा बचे हुए फंड्स का इस्तेमाल सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। IPO क्या होता है?
जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।
कंपनी ने IPO का प्राइस बैंड ₹413 से ₹435 तय किया है। रिटेल निवेशक मिनिमम एक लॉट के लिए बिडिंग कर सकते हैं, जिसमें 34 शेयर्स मिलेंगे। यदि आप IPO के अपर प्राइस बैंड 435 रुपए के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते हैं, तो इसके लिए 14,790 रुपए निवेश करने होंगे। वहीं, रिटेल निवेशक मैक्सिमम 13 लॉट या 442 शेयर्स के लिए अप्लाय कर सकते हैं। इसके लिए निवेशकों को अपर प्राइस बैंड के हिसाब से 1,92,270 रुपए इन्वेस्ट करने होंगे। इश्यू का 10% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व
IPO का लगभग 75% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs)के लिए अलॉट किया गया है। इसके अलावा इश्यू का 15% नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स और बचा हुआ 10% रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व रखा गया है। कंपनी ये IPO क्यों ला रही?
श्लॉस बैंगलोर इस IPO से जुटाए गए फंड्स में से 2,300 करोड़ रुपए का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए करेगी। इसके अलावा बचे हुए फंड्स का इस्तेमाल सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। IPO क्या होता है?
जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।