मंगलवार को सुंदरकांड का पाठ करने से दुश्मनों पर जीत मिलती है। रामचरित मानस में सुंदरकांड ही एकमात्र ऐसा अध्याय है जिसमें श्रीराम भक्त हनुमान की विजय गाथा और उनकी स्तुति की गई है। यह आत्मविश्वास और इच्छाशक्ति बढ़ाने वाला पाठ है। सुंदरकांड से मानसिक शक्ति मिलती है और आत्मविश्वास भी बढ़ता है। ज्योतिषीय नजरिये से मंगलवार को बिना कुछ खाए घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। मंगलवार के दिन शहद खाना चाहिए। इससे मंगल ग्रह का विशेष शुभ प्रभाव मिलता है। आज जॉब, बिजनेस और अन्य महत्वपूर्ण कामकाज से पहले क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम: मंत्र का भी जाप किया जा सकता है।

आज का राशिफल
आज वृद्धि नाम का शुभ योग बन रहा है। जिसके प्रभाव से आज मेष, वृष, मिथुन, सिंह, कन्या, वृश्चिक और मीन राशि वाले लोगों को जॉब में नई जिम्मेदारी मिल सकती है। तरक्की और आगे बढ़ने के मौके भी मिलेंगे। कामकाज की तारीफ होगी और बड़े लोगों से मदद मिल सकती है। कर्क, कन्या, तुला और कुंभ राशि वाले लोगों के लिए दिन सामान्य रहेगा। इन 4 राशि वालों के काम तो पूरे होंगे, लेकिन कुछ कामों में रुकावटें भी आ सकती हैं। इनके अलावा धनु और मकर राशि वाले लोगों को पूरे दिन संभलकर रहना होगा। (पढ़ें, आज का पूरा राशिफल)

आज का टैरो कार्ड राशिफल
टैरो राशिफल के मुताबिक आज 12 में से 8 राशियों के लिए दिन शुभ हो सकता है। वहीं, 4 राशियों के लिए दिन निजी संबंधों में कुछ खटास और विरोध पैदा करने वाला या करियर में तनाव देने वाला रह सकता है। मेष राशि वालों को नए अवसर मिल सकते हैं। वृष वाले मानसिक तौर से थके और निराश हो सकते हैं। मिथुन और अन्य कुछ राशियों के व्यस्तताओं वाला दिन हो सकता है। (पढ़ें, आज का पूरा टैरो कार्ड राशिफल)

आज का दिन
आज वृद्धि योग बन रहा है। इस योग में कोई भी शुभ काम किया जा सकता है। इसके अलावा भरणी नक्षत्र में चंद्रमा होने से मुसल नाम का अशुभ योग भी रहेगा। इसके प्रभाव से कामकाज बिगड़ते हैं और लेन-देन में भी नुकसान होता है। लेकिन आज चंद्रमा पर बृहस्पति की दृष्टि पड़ने से गजकेसरी नाम के राजयोग का प्रभाव भी रहेगा। इस तरह 2 शुभ योग बनने से आज दिन अच्छा रहेगा।

आज के मुहूर्त
आज सप्तमी सूर्योदय से करीब 4 घंटे तक रहेगी। इसके बाद अष्टमी तिथि पूरे दिन रहेगी। इसे जया तिथि कहा जाता है। इसमें कोई भी काम करने से जीत और सफलता मिलती है। मुहूर्त की बात करें तो आज अभिजित मुहूर्त, विजय मुहूर्त और अमृत काल में कोई भी शुभ काम किया जा सकता है। लेकिन राहुकाल में किसी भी तरह का शुभ काम नहीं करना चाहिए।
आज का विचार
