आपका पैसा- हमारी सैलरी से कटे पैसे कहां जाते हैं?:क्या होता है PF, क्या PF डिडक्शन बढ़वा भी सकते हैं, जानें क्या है प्रोसेस

हर महीने आपकी सैलरी में से PF के नाम पर कुछ पैसे कटते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये पैसे जाते कहां हैं? ये पैसे आपके बैंक खाते में क्यों नहीं दिखते हैं? क्या आप इसे निकाल सकते हैं? और अगर आपने नौकरी बदल ली तो इसका क्या होगा? आज ‘आपका पैसा’ कॉलम में हम ऐसे कई सवालों के जवाब जानेंगे। साथ ही जानेंगे कि- सवाल: CTC और इन-हैंड सैलरी में फर्क क्यों होता है? जवाब: CTC यानी ‘कॉस्ट टू कंपनी’ वो पूरी रकम है, जो कंपनी किसी कर्मचारी पर खर्च करती है। इसमें PF, ग्रेच्युटी, बोनस, इंश्योरेंस जैसे कई फायदे शामिल होते हैं। जबकि, इन-हैंड सैलरी वह रकम होती है, जो टैक्स और अन्य कटौतियों के बाद सीधे कर्मचारी के बैंक खाते में पहुंचती है। ये कटौतियां भविष्य की वित्तीय सुरक्षा और टैक्स बचत के लिहाज से बेहद जरूरी होती हैं। इन्हीं में से एक अहम हिस्सा PF यानी प्रोविडेंट फंड का होता है। सवाल: PF क्या होता है? जवाब: PF यानी प्रोविडेंट फंड एक रिटायरमेंट सेविंग फंड है, जिसे सरकार ने खास तौर पर नौकरीपेशा लोगों के लिए शुरू किया है। इस स्कीम के तहत हर महीने कर्मचारी की बेसिक सैलरी का 12% हिस्सा PF अकाउंट में जमा होता है और इतनी ही राशि का योगदान कंपनी भी करती है। इस फंड में जमा रकम पर सरकार हर साल ब्याज देती है, जो फिलहाल 8.25% सालाना है। कर्मचारी इस रकम को रिटायरमेंट के बाद या किसी विशेष जरूरत जैसे मकान खरीदने के लिए, बीमारी के इलाज के लिए या बच्चों की पढ़ाई के लिए निकाल सकते हैं। सवाल: PF अकाउंट कैसे काम करता है? जवाब: PF अकाउंट का संचालन कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) करता है। हर महीने कर्मचारी की सैलरी से जो राशि PF के रूप में काटी जाती है, वह सीधे EPFO के पास जमा होती है। यह संगठन इस फंड को निवेश करता है और उस पर सालाना ब्याज देता है। ब्याज की यह राशि कंपाउंड होती है, यानी जमा पूंजी के साथ-साथ पहले मिले ब्याज पर भी अगली बार ब्याज मिलता है। सवाल: UAN नंबर क्या होता है और क्यों जरूरी है? जवाब: UAN यानी यूनिवर्सल अकाउंट नंबर, वह यूनिक नंबर होता है जो हर कर्मचारी को एक बार आवंटित किया जाता है। यह नंबर कर्मचारी के PF अकाउंट से जुड़ा रहता है और नौकरी बदलने पर भी यही नंबर कायम रहता है। नई कंपनी में जॉइन करने पर एम्प्लॉयर सिर्फ पुराने UAN से नए PF अकाउंट को लिंक करता है। इस सुविधा के जरिए कर्मचारी अपना PF बैलेंस देख सकता है, पासबुक डाउनलोड कर सकता है, फंड ट्रांसफर कर सकता है और क्लेम की प्रक्रिया भी ऑनलाइन पूरी कर सकता है। UAN से PF से जुड़ी ज्यादातर सर्विस डिजिटल और आसान हो जाती हैं। सवाल: क्या PF का डिडक्शन बढ़वा सकते हैं? जवाब: कर्मचारी अपने PF कटौती को बढ़ाना चाहे तो वह ऐसा कर सकता है। इसके लिए वॉलेंटरी प्रोविडेंट फंड (VPF) की सुविधा उपलब्ध है, जिसके तहत कर्मचारी अपनी इच्छा से EPF में तय 12% के अलावा अतिरिक्त राशि का भी योगदान कर सकता है। इस अतिरिक्त राशि पर भी वही ब्याज दर लागू होती है, जो सामान्य EPF पर मिलती है। VPF में किया गया योगदान इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत टैक्स छूट के दायरे में आता है। इसमें अधिकतम पूरी बेसिक सैलरी और DA जमा किया जा सकता है। सवाल: PF से पैसा कब और कैसे निकाला जा सकता है? जवाब: कर्मचारी प्रोविडेंट फंड (PF) से पैसा विशेष परिस्थितियों में निकाल सकते हैं। यदि पैसा 5 साल की सेवा अवधि (एंप्लॉयमेंट पीरियड) से पहले निकाला जाता है तो उस पर टैक्स लग सकता है, जबकि पांच साल बाद निकालने पर टैक्स-फ्री होता है। शादी के लिए, मकान खरीदने या बनवाने के लिए, गंभीर बीमारी के इलाज या बच्चों की पढ़ाई जैसे कारणों पर आंशिक निकासी की अनुमति मिलती है। पूरी राशि रिटायरमेंट के समय या नौकरी छोड़ने के दो महीने बाद निकाली जा सकती है। पैसे निकालने के लिए कर्मचारी को EPFO पोर्टल पर अपने यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) से लॉगिन कर ऑनलाइन क्लेम फॉर्म भरना होता है। इस प्रक्रिया के लिए पोर्टल पर आधार और बैंक डिटेल्स का अपडेटेड होना जरूरी है। सवाल: नौकरी बदलने पर PF अकाउंट का क्या करना होता है? जवाब: नौकरी बदलने पर कर्मचारी को अपना पुराना यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) नई कंपनी को देना होता है। कंपनी उसी UAN से नए PF अकाउंट को लिंक कर देती है, जिससे एक ही PF खाते से ओवरऑल रिकॉर्ड जुड़ा रहता है। पुराने PF अकाउंट को नए में ट्रांसफर करने के लिए कर्मचारी को EPFO पोर्टल पर लॉगिन कर ऑनलाइन ट्रांसफर क्लेम पोर्टल के जरिए ट्रांसफर रिक्वेस्ट सबमिट करनी होती है। यह प्रक्रिया आसान और पूरी तरह डिजिटल है, जिससे PF का ट्रैक बनाए रखना आसान हो जाता है। सवाल: PF बैलेंस कैसे चेक करें? जवाब: PF बैलेंस जानना बेहद आसान है। कर्मचारी अपनी प्रोविडेंट फंड (PF) जमा राशि को जानने के लिए डिजिटल और ऑफलाइन दोनों तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए EPFO ने कई सुविधाएं शुरू की हैं, जिनसे आप मिनटों में बैलेंस की जानकारी हासिल कर सकते हैं। ग्राफिक में दिए 4 आसान तरीकों से आप अपना PF बैलेंस कभी भी, कहीं भी चेक कर सकते हैं- इन तरीकों को विस्तार से समझें- UMANG एप के जरिए: UMANG मोबाइल एप डाउनलोड करें और EPFO सर्विस में जाकर UAN से लॉगिन करें। यहां आप बैलेंस, पासबुक और क्लेम स्टेटस देख सकते हैं। EPFO की वेबसाइट से: www.epfindia.gov.in पर लॉगिन करके ‘Member Passbook’ सेक्शन में जाकर PF पासबुक डाउनलोड कर सकते हैं। मिस्ड कॉल से: अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से 7738299899 पर मिस्ड कॉल दें। कुछ सेकंड में आपके PF बैलेंस की जानकारी SMS से मिल जाएगी। SMS भेजकर: अपने रजिस्टर्ड मोबाइल से ‘EPFOHO UAN’ टाइप कर 7738299899 पर SMS करें। कुछ ही देर में बैलेंस की जानकारी आपके पास आ जाएगी। ……………………… ये खबर भी पढ़ें… आपका पैसा- पर्सनल और टॉप-अप लोन क्या है:दोनों में क्या है फर्क, कौन-सा लोन बेहतर, कितनी है ब्याज दर, जानें लेने का प्रोसेस कभी-कभी जिंदगी में ऐसे मौके आते हैं जब अचानक पैसों की जरूरत पड़ जाती है। जैसे घर खरीदना हो या नया मकान बनाना हो, बच्चों की पढ़ाई, मेडिकल खर्च या शादी-ब्याह के लिए। ऐसे में जब इन सब खर्चों के लिए हमारे पास सेविंग्स नहीं होती हैं, तो हमें लोन लेना पड़ता है। कई बार ऐसी स्थिति हो जाती है कि हम पहले से कोई लोन लिए होते हैं। ऐसे में हमारे पास दो विकल्प सामने होते हैं। पहला है पर्सनल लोन और दूसरा टॉप-अप लोन। ​​​​​​​पूरी खबर पढ़िए…