आयशर मोटर्स ने सिद्धार्थ लाल को नया एग्जीक्यूटिव चेयरमैन बनाया:विनोद अग्रवाल को वाइस चेयरमैन और बी गोविंदराजन को MD नियुक्त किया

आयशर मोटर्स लिमिटेड (EML) ने अपने बोर्ड में कई बड़े बदलावों की घोषणा की है। कंपनी ने सिद्धार्थ लाल को अपना नया एग्जीक्यूटिव चेयरमैन बनाया है। सिद्धार्थ को एस शांडिल्य के रिटायरमेंट के बाद इस पद पर नियुक्त किया गया है। सिद्धार्थ लाल के अलावा कंपनी ने विनोद अग्रवाल को वाइस चेयरमैन (नॉन-एग्जीक्यूटिव) और बी गोविंदराजन को मैनेजिंग डायरेक्टर नियुक्त किया है। विनोद अग्रवाल वोल्वो ग्रुप के साथ आयशर के जॉइंट वेंचर VE कमर्शियल व्हीकल्स (VECV) के MD और CEO के रूप में बने रहेंगे। वे आयशर मोटर्स के वाइस चेयरमैन के रूप में अतिरिक्त जिम्मेदारियां संभालेंगे। इरा गुप्ता और अरुण वासु को इंडिपेंडेंट डायरेक्टर बनाया वहीं बी गोविंदराजन रॉयल एनफील्ड के CEO बने रहेंगे और आयशर मोटर्स में MD की भूमिका भी संभालेंगे। इन नियुक्तियों के अलावा आयशर मोटर्स ने इरा गुप्ता और अरुण वासु को इंडिपेंडेंट डायरेक्टर बनाया है, जो 10 फरवरी और 13 फरवरी से प्रभावी होंगे। इंद्र, माधवन और तेजप्रीत को भी इंडिपेंडेंट डायरेक्टर बनाया इस बीच इंडिपेंडेंट डायरेक्टर मानवी सिन्हा अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद 12 फरवरी को पद छोड़ देंगी। इरा और अरुण के अलावा कंपनी ने इंद्र मोहन सिंह, एस माधवन और तेजप्रीत एस चोपड़ा को भी इंडिपेंडेंट डायरेक्टर बनाया है। सिद्धार्थ लाल ने कंपनी में शांडिल्य के योगदान को स्वीकार किया। शांडिल्य ने पांच दशकों से ज्यादा समय तक कंपनी को लीड किया, जिसमें 25 साल तक चेयरमैन के रूप में काम करना शामिल है। उन्होंने शांडिल्य को कमर्शियल व्हीकल्स और मोटरसाइकिलों में आयशर की ग्रोथ के क्रिटिकल फेज के दौरान कंपनी को आगे बढ़ाने का श्रेय दिया। विनोद अग्रवाल नई भूमिका में बोर्ड और मैनेजमेंट को सपोर्ट करेंगे विनोद अग्रवाल अपनी नई भूमिका में बोर्ड और मैनेजमेंट को सपोर्ट करेंगे। आयशर में लगभग तीन दशक बिताने वाले गोविंदराजन ने कहा कि उनका लक्ष्य कंपनी की विकास गति को बनाए रखना है। ह्यूमन रिसोर्स की अनुभवी इरा गुप्ता ने माइक्रोसॉफ्ट इंडिया और ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन में लीडरशिप रोल्स निभाए हैं। इसके अलावा उन्हें लीडरशिप कोचिंग और ऑर्गेनाइजेशनल ट्रांसफॉर्मेशन में एक्सपर्टीज है। वहीं टीटी ग्रुप के चेयरमैन अरुण वासु को लॉजिस्टिक्स, फॉरेन एक्सचेंज सर्विसेज और वाटर स्पोर्ट्स वेंचर्स में एक्सपीरियंस है। Q3FY25 में नेट प्रॉफिट 17.5% बढ़कर 1,170.5 करोड़ रुपए रहा कंपनी के बोर्ड लेवल पर बदलाव उसी दिन हुए हैं, जिस दिन आयशर मोटर्स ने अपना अब तक का बेस्ट तिमाही वित्तीय प्रदर्शन दर्ज किया है। कंपनी का Q3FY25 में नेट प्रॉफिट साल-दर-साल 17.5% बढ़कर 1,170.5 करोड़ रुपए हो गया। कंपनी का रेवेन्यू 19% बढ़कर 4,973.1 करोड़ रुपए हो गया वहीं तीसरी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 19% बढ़कर 4,973.1 करोड़ रुपए हो गया। इंडस्ट्री की चुनौतियों के बावजूद रॉयल एनफील्ड की रिकॉर्ड-हाई सेल्स और VECV में लगातार ग्रोथ के कारण कंपनी के ये मजबूत रिजल्ट सामने आए हैं। रॉयल एनफील्ड की पेरेंट कंपनी आयशर मोटर्स मिड-साइज्ड मोटरसाइकिल सेगमेंट में एक की-प्लेयर है। कंपनी की उपस्थिति 65 से ज्यादा देशों में है। VECV के माध्यम से कंपनी ट्रक, बस और वोल्वो इंजन बनाती है।