मैंने 30 से 40 बार इंडियन क्रिकेट टीम के लिए ट्रायल दिया पर किसी एक में भी सिलेक्ट नहीं हुआ। कहीं नाम ही नहीं आया। बहुत फ्रस्ट्रेट हुआ और क्रिकेट छोड़ दिया। आखिरकार आर्किटेक्चर में ग्रेजुएशन किया और नौकरी ज्वाइन कर ली। मगर एक दिन पिता जी को कॉल करके बोला कि मैं नौकरी छोड़ रहा हूं और अब फिर से क्रिकेट खेलूंगा। चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की जीत के हीरोज में से एक रहे वरुण चक्रवर्ती ने ये बात आकाश चोपड़ा के एक इंटरव्यू में बताई। वरुण ने एक दौर में क्रिकेट खेलना छोड़कर नौकरी करना शुरू कर दिया था। पहले बल्लेबाजी, फिर तेज गेंदबाजी, आखिर में विकेट कीपिंग में नाकाम होने के बाद भी वरुण ने हार नहीं मानी। अच्छी सैलरी की नौकरी छोड़कर 26 साल की उम्र में फिर क्रिकेट खेलना शुरू किया और आखिरकार टीम में जगह बनाई। मिस्ट्री स्पिनर के नाम से मशहूर वरुण का क्रिकेटिंग सफर चेन्नई के एक स्कूल से शुरू हुआ। स्कूल क्रिकेट में फास्ट बॉलर बनना चाहते थे। लेकिन टीम में जगह नहीं होने के कारण उन्हें विकेटकीपर बनना पड़ा। चैंपियन ट्रॉफी 2025 में वरुण ने कुल 3 मैच खेले। इस दौरान उन्होंने 4.53 की औसत से कुल 9 विकेट लिए। वे टूर्नामेंट के दूसरे हाईएस्ट विकेट टेकर बने। इन्हें पहले दो मैचों में प्लेइंग 11 से बाहर रखा गया। 2018-19 विजय हजारे ट्रॉफी में तमिलनाडु की तरफ से खेला साल 2017-18 मे वरुण ने क्रिकेट में वापसी के बाद तमिलनाडु प्रीमियर लीग (TNPL) में बेहतरीन प्रदर्शन किया और अपनी गेंदबाजी से सबका ध्यान आकर्षित किया। उनका अनोखा ‘मिस्ट्री स्पिन’ गेंदबाजी का तरीका जल्द ही चर्चा में आ गया। इसके बाद उन्होंने 2018-19 विजय हजारे ट्रॉफी में तमिलनाडु की तरफ से खेलते हुए 9 मैचों में 22 विकेट लेकर सबको चौंका दिया। यूट्यूब पर वीडियो देख-देख कर प्रैक्टिस की वरिष्ट खेल पत्रकार विमल कुमार बताते हैं, ‘26 साल के उम्र में लड़का सोचता है कि खेलना मुझे क्रिकेट ही है। इसके बाद IPL में आते हैं। उन्हें लगता था कि वे कभी इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेल पाएंगे। दरअसल, उन्होंने कभी कॉम्पिटेटिव क्रिकेट खेला ही नहीं थी। उन्होंने यूट्यूब पर वीडियो देख-देख कर प्रैक्टिस की और 2018 में कोलकाता टीम के नेट्स के लिए उन्हें सेलेक्ट किया गया। फिर टीम में मिस्ट्री स्पिनर के रूप में शामिल हुए। बाद में 2021 टी 20 वर्ल्ड कप में उनका सेलेक्शन हुआ। हालांकि, वर्ल्ड कप में सेलेक्शन के बावजूद कोलकाता टीम ने साल 2022 में उन्हें बेंच पर बिठा दिया। फिर वरुण ने केकेआर टीम के कोच को फोन किया और कहा कि 2018 में जब मैं नेट बॉलर था तो उसके कुछ फोटोग्राफ्स चाहिए थे। मुझे देखना है कि उस समय मैं कैसी गेंदबाजी करता था। वरुण ने अपने फोटोज देखे, एक्शन देखा और फोटोज को एनालाइज किया। फिर डिसाइड किया कि अब मुझे वरुण चक्रवर्ती का बेटर वर्जन बनना है। साल 2025 में इंग्लैंड सिरीज के दौरान उनकी भारतीय टीम में वापसी हुई। हालांकि, चैंपियन ट्रॉफी में उनका सेलेक्शन होगा ये पक्का नहीं था। लेकिन उन्हें जो भी मौका मिला उसमें उन्होंने टीम के कैप्टन रोहित शर्मा, हेड कोच गौतम गंभीर और बॉलिंग कोच अजीत अगारकर को इंप्रेस कर दिया। उन्होंने तीनों को ऐसा इंप्रेस कर दिया कि टीम के बेहतरीन ओपनर बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल को टीम से बाहर करके चैंपियन ट्रॉफी में वरुण को टीम में शामिल किया गया। 2020 में KKR ने वरुण को 4 करोड़ में खरीदा 2019 – किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स 11) 2020 – कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) 2021 – कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) 2021 में टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू फिल्मों में भी काम कर चुके हैं वरुण साल 2014 में वरुण ने तमिल फिल्म जीवा में काम किया। ये फिल्म एक ऐसे क्रिकेटर की कहानी थी, जो पूरी तरह से नाकाम था। फिर उसने IPL खेला और नामी क्रिकेटर बन गया। कुछ ऐसी ही कहानी वरुण की है। ये खबर भी पढ़ें…
SC जज के लिए जस्टिस बागची के नाम की सिफारिश: तस्लीमा नसरीन की किताब पर प्रतिबंध के खिलाफ केस लड़े; जानें कंप्लीट प्रोफाइल सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 6 मार्च, 2025 को कलकत्ता हाई कोर्ट के जज जस्टिस जॉयमाल्या बागची को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त करने की सिफारिश की है। चीफ जस्टिस संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाले 5 सदस्यीय कॉलेजियम ने जस्टिस बागची के नाम की सिफारिश की। पढ़ें पूरी खबर…
SC जज के लिए जस्टिस बागची के नाम की सिफारिश: तस्लीमा नसरीन की किताब पर प्रतिबंध के खिलाफ केस लड़े; जानें कंप्लीट प्रोफाइल सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 6 मार्च, 2025 को कलकत्ता हाई कोर्ट के जज जस्टिस जॉयमाल्या बागची को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त करने की सिफारिश की है। चीफ जस्टिस संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाले 5 सदस्यीय कॉलेजियम ने जस्टिस बागची के नाम की सिफारिश की। पढ़ें पूरी खबर…