इजराइल-हमास में लागू नहीं हो पाया सीजफायर, डेडलाइन बीती:हमास ने रिहाई वाले बंधकों ने नाम नहीं दिए; गाजा में इजराइल ने हमले शुरू किए

इजराइल और हमास के बीच सीजफायर लागू नहीं हो पाया है। इसे आज भारतीय समयानुसार दोपहर 11:30 बजे लागू होना था, जिसकी डेडलाइन बीत गई है। इजराइल ने हमास पर सीजफायर की शर्तों को पालन नहीं करने का आरोप लगाया है। इजराइल का आरोप है कि हमास ने आज रिहा होने वाले 3 इजराइली बंधकों के नाम नहीं दिए हैं। इसके चलते इजराइली सेना ने गाजा में हमले तेज कर दिए हैं। हालांकि इन आरोपों पर अभी हमास की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। सीजफायर का पहला फेज आज यानी रविवार, 19 जनवरी से शुरू होना है। पहले दिन हमास इजराइल के 3 बंधकों की रिहाई करेगा। इन्हें भारतीय समयानुसार शाम 7 बजे रिहा किया जाएगा। हमास ने रिहा होने वाले बंधकों के नाम अभी जारी नहीं किए हैं। इसे लेकर इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि अगर नाम जारी नहीं किए गए तो सीजफायर पर आगे नहीं बढ़ पाएंगे। साथ ही नेतन्याहू ने जरूरत पड़ने पर दोबारा जंग शुरू करने की बात भी कही। इजराइल की कैबिनेट ने शनिवार को हमास के साथ सीजफायर डील को मंजूरी दी थी। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के ऑफिस ने बयान जारी इसकी पुष्टि की। इजराइल की तरफ से 700 से ज्यादा फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई सीजफायर डील 3 फेज में पूरी होगी। पहले फेज में हमास इजराइल से किडनैप किए गए 33 बंधकों को रिहा करेगा। साथ ही इजराइली सेना गाजा की सीमा से 700 मीटर पीछे लौटेगी। इजराइल में न्याय मंत्रालय ने भी 95 फिलिस्तीनी कैदियों की लिस्ट जारी की है, जिन्हें पहले फेज में रिहा किया जाएगा। इनमें 69 महिलाएं, 16 पुरुष और 10 नाबालिग शामिल हैं। इजराइल 700 से ज्यादा फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। इनके नाम की लिस्ट भी जारी की गई है। इस लिस्ट में शामिल कई लोग हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं, जिनमें हमास और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद के सदस्य भी शामिल हैं। हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल में घुसकर 1200 लोगों को मार डाला था और 251 को बंधक बना लिया था। इसके कुछ घंटे बाद इजराइली सेना ने गाजा पर हमला बोल दिया था। तीन फेज में पूरी होगी सीजफायर डील
15 जनवरी को जो बाइडेन ने कहा कि यह डील 19 जनवरी, यानी रविवार से तीन फेज में शुरू होगी। इसमें 42 दिन तक बंधकों की अदला-बदली की जाएगी। पहला फेज: दूसरा फेजः तीसरा फेजः नेतन्याहू की पार्टी के 2 मंत्रियों ने किया सीजफायर का विरोध
PM नेतन्याहू की लिकुड पार्टी के मंत्री डेविड अम्सलेम और अमीचाई चिक्ली उन 8 मंत्रियों में शामिल हैं, जिन्होंने सीजफायर के खिलाफ वोटिंग की। इसके अलावा सरकार में शामिल ओत्जमा येहुदित पार्टी के 6 मंत्रियों ने भी युद्धविराम के खिलाफ वोट दिया था। इससे पहले इजराइल के सुरक्षा मंत्री और दक्षिणपंथी नेता बेन-ग्विर इतामार ने शुक्रवार को हमास के साथ सीजफायर डील का विरोध किया था। उन्होंने डील को मंजूरी देने पर सरकार से समर्थन वापस लेने की धमकी दी थी। कतर में कई हफ्तों से हो रही थी डील पर बात
सीजफायर के लिए पिछले कई हफ्तों से कतर की राजधानी दोहा में बातचीत चल रही थी। इस बातचीत में मिस्र और अमेरिका भी शामिल थे। अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, कतर PM शेख मोहम्मद ने हमास और इजराइल के प्रतिनिधियों से बुधवार को मुलाकात की, जिसके बाद ये डील पूरी हुई। बंधकों की पहली फेज की रिहाई के 15 दिन बाद हमास बाकी बंधकों को रिहा करेगा। इस बीच दोनों पक्ष स्थायी सीजफायर पर बात करेंगे। कतर और अमेरिका की मध्यस्थता में डील
इस समझौते के लिए कतर की राजधानी दोहा में मिस्र, कतर और अमेरिका की मदद से बातचीत की गई। इसमें इजराइल का प्रतिनिधित्व मोसाद चीफ डेविड बार्निया और शिन बेत चीफ रोनेन बार ने किया। वहीं, अमेरिका की तरफ से यहां पर ट्रम्प के दूत स्टीव विटकॉफ और बाइडेन के दूत ब्रेट मैकगर्क मौजूद रहे। —————————— इजरायल से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें… इजराइल की सुरक्षा कैबिनेट में सीजफायर डील पास:अभी सरकार की मंजूरी का इंतजार; सहयोगी ने नेतन्याहू से समर्थन छीनने की धमकी दी इजराइल में सुरक्षा कैबिनेट ने सीजफायर डील को मंजूरी दे दी है। PM ऑफिस ने कहा कि शुक्रवार शाम को इसके लिए वोटिंग हुई थी, जहां इसे मंजूरी मिल गई। अब यह डील कैबिनेट के पास जाएगी, जहां इस पर शनिवार को वोटिंग होगी। हालांकि PMO ने यह नहीं बताया कि इस डील का किन पार्टियों ने समर्थन किया है और किन पार्टियों ने इसके खिलाफ मतदान किया। यहां पढ़ें पूरी खबर…