इजराइल-हमास के बीच गाजा में पिछले 15 महीनों से जारी जंग रविवार, 19 जनवरी को थम जाएगी। इसके लिए दोनों में सीजफायर और बंधकों की रिहाई से जुड़ी डील फाइनल हो गई है। कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान बिन जसीम अल-थानी ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। सीजफायर के लिए पिछले कई हफ्तों से कतर की राजधानी दोहा में बातचीत चल रही थी। इस बातचीत में मिस्र और अमेरिका भी शामिल थे। डील के मुताबिक हमास अपनी कैद में मौजूद इजराइली बंधकों के रिहा करेगा। बदले में इजराइल भी हमास के लोगों को छोड़ेगा। अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक कतर PM थानी ने हमास और इजराइल के प्रतिनिधियों से बुधवार को मुलाकात की, जिसके बाद ये डील पूरी हुई। डील को लेकर अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन और नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प में क्रेडिट की होड शुरू हो गई है। दूसरी तरफ गाजा में अभी भी इजराइली हमले जारी हैं। अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक गुरुवार को इजराइली हमले में 5 लोगों की मौत हुई है। बाइडेन और ट्रम्प में क्रेडिट वॉर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को सीजफायर का क्रेडिट लेने का दावा किया। व्हाइट हाउस ने इस डील में ट्रम्प के प्रतिनिधि को भी शामिल किया था। ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि ये ऐतिहासिक समझौता, राष्ट्रपति चुनाव में हमारी जीत की वजह से हो पाया। ट्रम्प ने कहा कि ये डील मेरे प्रशासन की शांति स्थापित करने और अमेरिका व उसके सहयोगियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रयास का सबूत है। वहीं बाइडेन ने व्हाइट हाउस से अपने आखिरी भाषण में डील का जिक्र करते हुए कहा कि- सीजफायर के लिए हमारे कूटनीतिक प्रयास कभी रुके नहीं। यह समझौता हमास पर बढ़ते दबाव, क्षेत्रीय समीकरणों में बदलाव और लेबनान में सीजफायर के बाद ही संभव हो सका। यह अमेरिका की कूटनीति नतीजा है। इजराइली राष्ट्रपति ने कैबिनेट से डील को मंजूरी देने को कहा इजराइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग ने कैबिनेट से सीजफायर डील को मंजूरी देने के लिए कहा है। हर्जोग ने कहा कि- हम 7 अक्टूबर के हमले को रोकने में अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा पाए। अब हमें इसे सुधारने के लिए कदम उठाने चाहिए। हर्जोग ने डील के लिए प्रधानमंत्री नेतन्याहू और बातचीत में शामिल लोगों को धन्यवाद भी दिया। साथ ही डील को मंजूरी देकर इजराइली नागरिकों वापस लाने की अपील की। अब आगे क्या होगा? हमास की शर्त ये है कि सीजफायर डील के पहले चरण में इजराइली सेना गाजा सीमा से 700 मीटर पीछे अपने इलाके में चली जाएगी। फिलहाल इस सीजफायर डील को इजराइली कैबिनेट में पेश होना बाकी है। वहां इसे मंजूरी मिलते ही सीजफायर डील को तुरंत लागू किया जाएगा। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस डील को लेकर कहा कि हमास जल्द ही बंधकों को रिहा कर देगा। न्यूज एजेंसी AFP ने सोमवार को अपनी रिपोर्ट में बताया था, ‘इजरायल और हमास के बीच सीजफायर का पहला फेज कुल 42 दिनों का हो सकता है। सीजफायर डील के पहले फेज में हमास 33 बंधकों को रिहा कर सकता है, जिनमें 5 महिलाएं शामिल हैं। उधर इजराइल इसकी एवज में 250 फिलिस्तीन कैदियों को छोड़ेगा। इसके 15 दिन बाद हमास बाकी बंधकों को रिहा करेगा। इस बीच दोनों पक्ष स्थायी सीजफायर पर बात करेंगे। कतर और अमेरिका की मध्यस्थता में डील इस समझौते के लिए कतर की राजधानी दोहा में मिस्र, कतर और अमेरिका की मदद से बातचीत की गई। इसमें इजराइल का प्रतिनिधित्व मोसाद चीफ डेविड बार्निया और शिन बेट चीफ रोनेन बार ने किया। वहीं, अमेरिका की तरफ से यहां पर ट्रम्प के दूत स्टीव विटकॉफ और बाइडेन के दूत ब्रेट मैकगर्क मौजूद रहे। नॉर्थ गाजा में वापस लौटेंगे फिलिस्तीनी नागरिक CNN की रिपोर्ट के मुताबिक सीजफायर डील के तहत नॉर्थ गाजा से विस्थापित हुए फिलिस्तीनी नागरिकों को इजराइल वापस लौटने देगा। हालांकि इस इलाके में सुरक्षा के लिहाज से इजराइली सैनिकों की मौजूदगी बनी रह सकती है। गाजा और इजराइल के बीच बफर जोन बनाया जाएगा। बफर जोन को लेकर इजराइल और हमास दोनों की अलग-अलग मांगें थी। इजराइल ने बॉर्डर से 2 किमी के बफर जोन की मांग की थी, जबकि हमास अक्टूबर 2023 से पहले की तरह 300 से 500 मीटर का बफर जोन चाहता था। दूसरी तरफ इजराइल ने डील के तहत हमास के चीफ याह्या सिनवार की डेड बॉडी लौटाने से मना कर दिया है।