टेस्ला के मालिक और अमेरिकी अरबपति इलॉन मस्क ने ट्रम्प प्रशासन छोड़ दिया है। मस्क ने गुरुवार सुबह X पर पोस्ट कर लिखा कि ट्रम्प के सलाहकार के तौर पर उनका समय समाप्त हुआ। मस्क को ट्रम्प प्रशासन में सरकारी खर्च में कटौती और नौकरशाही को कम करने के लिए बने डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) के प्रमुख की जिम्मेदारी मिली थी। मस्क ने इस जिम्मेदारी के लिए राष्ट्रपति ट्रम्प का धन्यवाद किया। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर मस्क के इस्तीफे की पुष्टि की। मस्क ने बुधवार शाम ट्रम्प के एक विधेयक की निंदा की थी, जिसे खुद ट्रम्प ने बड़ा सुंदर बिल बताया था। इस बिल में टैक्स में कटौती जैसे प्रावधान शामिल हैं। मस्क ने इसे फिजूल खर्ची बढ़ाने वाला बिल बताया था। मस्क बोले- अब और चंदा नहीं दूंगा मस्क ने ट्रम्प के बिल पर नाराजगी जताते हुए कहा था कि कोई बिल या तो बड़ा हो सकता है या सुंदर। उन्होंने कहा, ‘मुझे राजनीति में जितना करना था, कर लिया है। अब और चंदा नहीं दूंगा।’ मस्क ने माना कि सरकारी व्यवस्था में बदलाव लाना बेहद मुश्किल काम है। उन्होंने उम्मीद जताई थी कि DOGE विभाग के जरिए वह 1 ट्रिलियन डॉलर की बचत करवा पाएंगे, लेकिन वह लक्ष्य पूरा नहीं हुआ। उन्होंने कहा, फेडरल ब्यूरोक्रेसी की हालत जितनी सोची थी, उससे कहीं ज्यादा खराब है। रिपोर्ट्स के मुताबिक मस्क अब सरकारी भूमिका से हटकर फिर से टेस्ला और स्पेसएक्स जैसी अपनी कंपनियों पर ध्यान देने जा रहे हैं। चुनाव जीतते ही ट्रम्प ने की थी DOGE की घोषणा नवंबर 2024 में चुनाव जीतने के बाद डोनाल्ड ट्रम्प ने डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DoGE) नाम से एक नया विभाग बनाने का ऐलान किया था। इसे सरकार को बाहर से सलाह देने के लिए बनाया गया है। डोनाल्ड ट्रम्प ने इसकी कमान इलॉन मस्क और भारतवंशी बिजनेसमैन विवेक रामास्वामी को सौंपी थी। बाद में विवेक रामास्वामी को इससे हटा दिया गया। ट्रम्प-मस्क के खिलाफ लाखों लोगों ने प्रदर्शन किए थे डोनाल्ड ट्रम्प और अरबपति इलॉन मस्क के खिलाफ अप्रैल में सभी 50 राज्यों में प्रदर्शन हुए थे। इन विरोध प्रदर्शनों में लाखों लोग शामिल हुए। CNN की रिपोर्ट के मुताबिक देश भर में 1400 से ज्यादा रैलियां की गई। इन विरोध प्रदर्शनों में शामिल होने के लिए 6 लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। प्रदर्शनकारी सरकारी नौकरियों में कटौती, अर्थव्यवस्था, और मानवाधिकार जैसे मुद्दों पर सरकार के फैसलों का विरोध कर रहे थे।इस दौरान लोगों ने खुलकर मस्क का विरोध किया था। व्हाइट ने हाउस ने कहा था- मस्क सिर्फ सलाहकार, फैसले लेने का हक नहीं राष्ट्रपति ऑफिस व्हाइट हाउस ने कोर्ट में दिए एक जवाब में कहा था कि इलॉन मस्क सिर्फ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के सलाहकार हैं। वे डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DoGE) के एम्पलॉयी नहीं हैं, इसलिए उनके पास सरकार के अंदर फैसले लेने का अधिकार नहीं है। दरअसल, न्यू मेक्सिको की अगुआई में 14 अमेरिका राज्यों ने वॉशिंगटन डीसी के एक फेडरल कोर्ट में ट्रम्प और मस्क के खिलाफ केस किया था। ये राज्य इलॉन मस्क को DoGE प्रमुख बनाए जाने से नाराज हैं। राज्यों के मुताबिक, इलॉन के हाथ में बड़ी ताकत आ गई है, जो अमेरिकी संविधान के उल्लंघन में है। इस केस को लेकर व्हाइट हाउस में ऑफिस ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन के डायरेक्टर जॉशुआ फिशर ने कोर्ट में जानकारी दी कि मस्क की भूमिका सिर्फ सलाहकार की है। उनका काम सिर्फ राष्ट्रपति को सलाह देना और प्रशासन की तरफ से निर्देशों को कर्मचारियों तक पहुंचाने का है। ———————————– मस्क से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें… अमेरिका-यूरोप में टेस्ला कार जला रहे, भारत लाने की तैयारी:2025 में मस्क को ₹11 लाख करोड़ का नुकसान, इसकी 3 वजह मस्क की नीतियों से नाराज अमेरिका और यूरोप के लोगों ने पिछले कुछ महीनों में उनकी इलेक्ट्रिक कार टेस्ला को विरोध को तौर पर जलाया था। लगभग 4 महीने में 100 से ज्यादा कारें जलाई गई थीं। पूरी खबर यहां पढ़ें… को जला रहे हैं। पिछले बीते चार महीने में 100 से ज्यादा टेस्ला कारों में आगजनी या तोड़फोड़ की गई।