कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए ईएसआई अस्पताल में प्लाज्मा बैंक बनाया जाएगा। जिससे इलाज के दौरान कोरोना मरीजों को जरूरत पड़ने पर प्लाज्मा मिल सके। प्लाज्मा बैंक बनाने का निर्णय लघु सचिवालय में आयोजित ईएसआई अस्पताल, स्वास्थ्य विभाग के डाक्टर्स व प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टर्स की मीटिंग में लिया गया। मीटिंग में निगम कमिश्नर यश गर्ग ने कहा कि जिले में ब्लड बैंक की तरह प्लाज्मा बैंक की स्थापना की जाए। जिससे जरूरत पड़ने पर मरीजों के लिए प्लाज्मा उपलब्ध रहे। इसके लिए एक मैकेनिज्म क्रिएट करें, ताकि भविष्य में जरूरत पड़ने पर अधिक से अधिक लोगों का इलाज प्लाज्मा से करना संभव हो सके।
जिला रेडक्रॉस सोसाइटी होगी नोडल एजेंसी
डीसी यशपाल यादव के अनुसार प्लाज्मा डोनेशन के लिए जिला रेडक्रॉस सोसाइटी को नोडल एजेंसी बनाया जाएगा और यह एजेंसी प्लाज्मा डोनेट करने वाले लोगों को सभी प्रकार की मदद उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेगी। उन्होंने कहा कि प्लाज्मा बैंक को ईएसआई अस्पताल में स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों से प्लाज्मा डोनेट करने के लिए वालंटियर संपर्क कर उन्हें जागरूक करेंगे। डीसी ने कहा सभी प्राइवेट अस्पताल मरीज के स्वास्थ्य संबंधी पूरी हिस्ट्री प्रशासन को उपलब्ध कराएं ताकि वॉलंटियर के माध्यम से प्लाज्मा डोनेट करने में सक्षम लोगों से संपर्क किया जा सके।
कोरोना मरीजों की जानकारी दो बार अपडेट करें
बैठक में निगम कमिश्नर यश गर्ग ने कहा कि सभी प्राइवेट व सरकारी अस्पताल कोरोना पॉजिटिव मरीजों से संबंधित जानकारी प्रतिदिन वन मैप पोर्टल पर दिन में दो बार अवश्य अपडेट करें, ताकि अन्य मरीजों के लिए सुविधाओं से संबंधित जानकारी अपडेट रहे। सभी अस्पताल रोज कोरोना मरीजों से संबंधित सूचना पोर्टल पर अपडेट करना अवश्य सुनिश्चित करें। इसके अलावा ई-मेल के माध्यम से भी सूचना स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराएं। बैठक में डीसी यशपाल, स्मार्ट सिटी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी गरिमा मित्तल, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोनिका गुप्ता, अतिरिक्त उपायुक्त सतबीर मान, सिविल सर्जन डा. आरएस पूनिया, उपसिविल सर्जन डॉ. राम भगत, ईएसआई अस्पताल से डॉ. असीम दास व डॉ. मनीषा शर्मा सहित विभिन्न अस्पतालों के डॉक्टर मौजूद थे।
क्या है प्लाज्मा थेरेपी, कैसे होता है इलाज
प्लाज्मा थेरेपी का उद्देश्य ठीक हुए कोविड मरीज के रक्त से एंटीबाडीज का उपयोग कर कोविड वायरस से गंभीर रूप से ग्रस्त मरीजों का इलाज किया जाता हैI एशियन अस्पताल के लैब विभाग की डॉ. उमा रानी के अनुसार 400 एमएल प्लाज्मा से 2 मरीजों का इलाज किया जा सकता है I उन्होंने कहा कि एशियन अस्पताल में प्लाज्मा थेरेपी देने के दूसरे ही दिन जितेंदर मट्टा नामक मरीज की तबीयत में पूरी तरह सुधार होने लगा और 5 दिन बाद उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।