भाजपा के उत्तर पूर्वी जिला कार्यालय में यहां के सांसद व पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी के प्रयास से पंडित दीन दयाल उपाध्याय पुस्तकालय शुरू हो गया है। इसमें फिलहाल डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पं. दीन दयाल उपाध्याय सहित भाजपा व संघ के संस्थापकों की जीवनी पर आधारित करीब एक हजार किताबें रखी गई हैं। इसके साथ ई-लाइब्रेरी भी इसमें स्थापित की गई है। कार्यकर्ता कंप्यूटर के जरिये ई-लाइब्रेरी से अपनी मनपसंद किताबें पढ़ सकते हैं। रविवार को इस पुस्तकालय का उद्घाटन प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने, मनोज तिवारी के साथ किया। इस अवसर पर यहां के जिलाध्यक्ष व विधायक अजय महावर के साथ कई भाजपा नेता उपस्थित थे।
इस अवसर पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आदेश गुप्ता ने कहा कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय के मुताबिक जब राज्य में आर्थिक एवं राजनीतिक दोनों शक्तियां आ जाती हैं तो इसका परिणाम धर्म की गिरावट के रूप में सामने आता है। पिछले एक हजार वर्षों में हमने जो भी अपनाया है, फिर चाहे वह हमने उसे मजबूरन अपनाया हो या इच्छा से, हम उसे त्याग नहीं सकते हैं। स्वतंत्रता का तभी कोई अर्थ है, जब हम हमारी संस्कृति को व्यक्त करने के लिए साधन बनें।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय समृद्ध संस्कृति के आधार पर देश को बढ़ावा देना चाहते थे: तिवारी
पुस्तकालय उद्घाटन के अवसर पर सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय का छोटी उम्र से ही संघर्षों भरा जीवन समाज के लिए एक मिसाल है। दीनदयाल एक विचारक व दूर दृष्टा थे। वे अपनी समृद्ध संस्कृति के आधार पर देश को बढ़ावा एवं उसका विकास करना चाहते थे। उनके नाम से स्थापित यह पुस्तकालय कार्यकर्ताओं को उन्हें समझने का अवसर देगा।