फिक्स्ड चार्ज और औसत बिल के नाम पर बिजली कंपनियों के द्वारा उपभोक्ताओं से भारी वसूली के खिलाफ दिल्ली भाजपा ने सोमवार को मुख्यमंत्री के आवास पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता के नेतृत्व में किया गया। गुप्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने कोरोना संकट के समय में भी बिजली कंपनियों की मिलीभगत से बिजली बिलों में पावर परचेज चार्ज, पेंशन सरचार्ज, फिक्स्ड चार्ज एवं अन्य अधिभारों को लगाकर भारी-भरकम बिल भिजवाकर लूट खसोट कर रही है।
आदेश गुप्ता ने दिल्ली सरकार को चेतावनी देते हुए कहा अगर पेमेंट के कारण किसी भी उपभोक्ता की बिजली काटी गई तो हमारे युवा कार्यकर्ता दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास की बिजली काटेंगे। भाजपा कार्यकर्ता मुख्यमंत्री को भी एसी में नहीं सोने देगी। गुप्ता ने कहा कि इस संकट के समय में दिल्ली के लोग दिल्ली सरकार से बिजली बिल में आर्थिक राहत की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन दिल्ली सरकार ने लोगों को राहत देने के बजाय बिजली कंपनियों के जरिए अपनी जेब को मजबूत करने के लिए काम कर रही है।
गुप्ता ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली के लोगों का बिजली का बिल काफी ज्यादा आ रहा है और साथ ही उन्होंने केजरीवाल सरकार से यह बिल वापस लेने और समस्या का समाधान करने की मांग की। इस प्रदर्शन में प्रदेश महामंत्री व बिजली जन आंदोलन संयोजक के राजेश भाटिया, प्रदेश महामंत्री कुलजीत सिंह चहल, प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव बब्बर, योगिता सिंह, विधायक अभय वर्मा, अजय महावर, मीडिया प्रमुख अशोक गोयल देवराहा सहित प्रदेश पदाधिकारी, जिला अध्यक्ष शामिल हुए। प्रदर्शन के बाद आदेश गुप्ता सहित उपस्थित वरिष्ठ नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार करके सिविल लाइन थाना ले गई। जिन्हें बाद में रिहा भी कर दिया गया।