अभिनेत्री कंगना रनोट ने एक टीवी इंटरव्यू में दावा किया है कि बांद्रा में रहने के दौरान भाजपा और शिवसेना के गठबंधन की वजह से उन्हें मजबूरी में शिवसेना को वोट देना पड़ा था। उन्होंने यह भी कहा कि मैं बीजेपी सपोर्टर हूं और मैं वोटिंग मशीन में खोज रही थी बीजेपी का बटन कहां है। तब मुझे कहा गया कि मुझे शिवसेना का बटन दबाना होगा। मुझे शिवसेना के बटन को दबाने का दबाव बनाया गया। वहां भाजपा का कोई नहीं था।
कंगना ने किस चुनाव और किस साल के संदर्भ में यह बात कही यह स्पष्ट नहीं किया। लेकिन, भास्कर ने पड़ताल की तो कंगना का यह दावा या तो काफी पुराना है या फिर गलत है। क्योंकि, कंगना जिस इलाके में अभी रही रहीं हैं वहां लोकसभा और विधानसभा में 2009 के बाद से भाजपा का प्रत्याशी ही खड़ा हो रहा है। सिर्फ 2014 में भाजपा और शिवसेना ने अलग-अलग प्रत्याशी उतारा था।
कंगना आर्किड ब्रीज नाम की इमारत में रहती हैं
कंगना का फ्लैट मुंबई के खार वेस्ट में 16वीं रोड पर स्थित डीबी आर्किड ब्रीज नाम की इमारत में हैं। इस इमारत का निर्माण 2008 में शुरू हुआ था और फ्लैट के ओनर्स को 2012 में पजेशन दिया गया। कंगना की वोटर आईडी पर इसी अपार्टमेंट का एड्रेस दर्ज है। यह साबित करता है कि कंगना यहां 2012 के बाद ही रहने आईं हैं। खार वेस्ट का यह इलाका बांद्रा पश्चिम विधानसभा में और मुंबई उत्तर मध्य लोकसभा क्षेत्र में आता है। इस हिसाब से कंगना का पोलिंग स्टेशन वीपीएम हाईस्कूल है।
टाइम्स नाऊ चैनल से इंटरव्यू में कंगना ने कहा- मैंने मजबूरी में शिवसेना को वोट दिया
टाइम्स नाउ को दिए इंटरव्यू में कंगना ने कहा,”जब मैं बांद्रा में वोट डालने गई थी और मैं वोटिंग मशीन के सामने खड़ी थी। मैं बीजेपी सपोर्टर हूं और मैं वोटिंग मशीन में खोज रही थी बीजेपी का बटन कहां है। तब मुझे कहा गया कि मुझे शिवसेना का बटन दबाना होगा। मैं राजनीति नहीं समझती हूं, मुझे ऐसा लगा कि जब मैं बीजेपी को पसंद करती हूं तो शिवसेना का बटन क्यों दबाऊं। मुझे नहीं पता था कि यह ग्रुप कैसे बना, लेकिन मुझे शिवसेना के बटन को दबाने का दबाव बनाया गया। वहां भाजपा का कोई नहीं था। गठबंधन के रूप में सिर्फ शिवसेना का ऑप्शन था। मैंने उनके लिए वोट किया और देखिए उनकी और से कैसा ट्रीटमेंट मुझे मिला है।”
क्यों कंगना का दावा गलत है?
विधानसभा चुनाव (बांद्रा वेस्ट सीट):
साल | भाजपा उम्मीदवार | शिवसेना उम्मीदवार |
2009 | आशीष शेलार | कोई नहीं |
2014 | आशीष शेलार | विलास चावरी |
2019 | आशीष शेलार | कोई नहीं |
मुंबई उत्तर-मध्य लोकसभा सीट:
साल | भाजपा उम्मीदवार | शिवसेना उम्मीदवार |
2009 | महेश राम जेठमलानी | कोई नहीं |
2014 | पूनम महाजन | कोई नहीं |
2019 | पूनम महाजन | कोई नहीं |
यानी अगर सीधे तौर पर बात की जाए तो कंगना फिलहाल जहां रह रहीं हैं वहां भाजपा ही चुनाव लड़ रही है। 2009 के बाद से अब तक विधानसभा और लोकसभा के सभी चुनाव में भाजपा ने ही इस सीट से प्रत्याशी उतारा है।सिर्फ 2014 का विधानसभा चुनाव अपवाद है, जिसमें भाजपा और शिवसेना ने अपना अलग-अलग प्रत्याशी मैदान में उतारा था।
अब शिवसेना ने कंगना से बनाई दूरी, तीन प्रवक्ताओं ने बात करने से इंकार किया
भास्कर ने इस मुद्दे पर शिवसेना की राय जानने के लिए उनके तीन प्रवक्ताओं को फोन किया। लेकिन, तीनों प्रवक्ताओं ने कंगना के मुद्दे पर किसी भी तरह की बात या टिप्पणी करने से साफ इंकार कर दिया। सूत्रों का कहना है कि शिवसेना-कंगना विवाद के बाद अब पार्टी नेतृत्व ने कंगना को लेकर कोई भी बयान नहीं देने के निर्देश दिए हैं।
2019 लोकसभा चुनाव में वोट डालने के बाद कांग्रेस पर कंगना ने साधा था निशाना
अप्रैल 2019 में हुए लोकसभा चुनावों के दौरान अभिनेत्री कंगना रनोट ने बांद्रा के एक स्कूल में पोलिंग स्टेशन में जाकर वोट डाला था। वोट डालने के बाद एक्ट्रेस ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था,’चुनाव का दिन बहुत जरूरी होता है। पांच साल में एक बार आता है तो मेरी रिक्वेस्ट है कि इसका यूज जरूर करें। मैं समझती हूं देश इस समय सही आजादी का मजा ले रहा है। क्योंकि इससे पहले हम सब मुगल, ब्रिटिश और इटालियन सरकार के गुलाम थे। इसके पहले की पार्टियों ने लंदन में छुट्टियां मनाईं और मजे किए है।’