एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स में बढ़ रही निवेशकों की रुचि; दस साल में 200 गुना बढ़ा देश में ईटीएफ का कारोबार

शुरुआत के करीब 10 साल तक निवेशकों की उपेक्षा झेलने वाले एक्सचेंज ट्रेडेड फंड यानी ईटीएफ में निवेशकों का रुझान अब तेजी से बढ़ रहा है। पिछले 10 वर्षों में देश के ईटीएफ कारोबार में 200 गुना से अधिक का इजाफा हुआ है। वर्ष 2010 में ईटीएफ का कुल एयूएम 957 करोड़ रुपए था, जो कि 2020 में बढ़कर दो लाख छह हजार करोड़ से अधिक हो गया। अकेले निफ्टी-50 से जुड़े ईटीएफ में ही बीते अगस्त महीने में कुल निवेश एक लाख करोड़ रुपए के पार चला गया है।

दिसंबर 2001 से हुई थी ईटीएफ की शुरुआत

देश में ईटीएफ की शुरुआत दिसंबर 2001 से हुई थी। हालांकि, इसकी रफ्तार बेहद सुस्त रही। पहले आठ साल में ईटीएफ में कुल मिलाकर भी एक हजार करोड़ रुपए का निवेश नहीं आया। हालांकि 2010 के बाद से ईटीएफ में निवेशकों का रुझान शुरू हुआ और 2015 के बाद से ईटीएफ में जैसे पर लग गए हैं।

देश के ईटीएफ बाजार में करीब 77 फीसदी हिस्सा रखने वाली एनएसई इंडाइसेज लिमिटेड के सीईओ मुकेश अग्रवाल कहते हैं कि जिस दौर में ईटीएफ शुरू हुआ था, उस समय निवेशक एक्टिव फंड में अधिक रूचि ले रहे थे। इसके चलते ईटीएफ को अच्छा रिस्पांस नहीं मिला। हालांकि इस दशक के शुरुआती वर्षों में निवेशकों को यह समझ में आने लगा कि ईटीएफ में लांग टर्म में अच्छा रिटर्न मिलता है और इसकी लागत भी कम है।

तेजी से बढ़ रहा ईटीएफ में निवेश

इस वजह से अब ईटीएफ में निवेश तेजी से बढ़ रहा है। अग्रवाल ने कहा कि ईटीएफ की लोकप्रियता किस तेजी से बढ़ रही है, इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि इस समय ईटीएफ के तकरीबन 25 लाख खाते हैं, जिसमें से करीब साढ़े तेरह लाख बीते एक साल में खुले हैं।

हालांकि, इतनी तेजी के बावजूब अब भी ईटीएफ की कुल म्यूचुअल फंड कारोबार में हिस्सेदारी मात्र 7.52 फीसदी है, जो कि अमेरिका एवं अन्य बड़े बाजारों की तुलना में काफी कम है। अग्रवाल भी इसे स्वीकार करते हुए कहते हैं कि अमेरिकी बाजार की तुलना में हमारे यहां म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में ईटीएफ की हिस्सेदारी कम है, लेकिन अगर अमेरिका में ईटीएफ 1993 से कारोबार कर रहे हैं। जबकि भारत में ये 2001 के अंत में शुरू हुए हैं।

उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ वर्षों में भारतीय बाजारों में भी ईटीएफ की स्थिति मजबूत होगी। एनएसई इंडाइसेज लिमिटेड के सीईओ ने उम्मीद जताई कि अगले पांच वर्षों में ईटीएफ में कुल एयूएम पांच लाख करोड़ रुपए के पार चला जाएगा।

एनएसई म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के साथ मिलकर जागरूक करेगा

वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के एमडी और सीईओ विक्रम लिमये ने कहा कि हम निफ्टी-50 और अन्य निफ्टी इंडेक्स से जुड़े ईटीएफ में निवेशकों के बढ़ते विश्वास से बहुत उत्साहित हैं। म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री और एनएसई की ओर से जागरुकता पहल से ये नतीजे सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि एनएसई म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के साथ मिलकर निवेशकों को ईटीएफ के बारे में जागरुक करता रहेगा।

ईटीएफ एयूएम के मामले में टॉप-10 इंडेक्स

इंडेक्स ईटीएफ संख्या एयूएम (करोड़ रु.) मार्केट शेयर
निफ्टी-50 17 1,01,101.33 49.2%
एसएंडपी सेंसेक्स-30 9 39,528 19.1%
निफ्टी भारत बॉन्ड 4 25,484 12.3%
निफ्टी बैंक 7 14,397 7.0%
निफ्टी सीपीएसई 1 11,181 5.5%
एसएंडपी बीएसई भारत-22 1 5,175 2.5%
निफ्टी 1डी रेट इंडेक्स 2 2,830 1.4%
निफ्टी नेक्स्ट-50 6 2,254 1.1%
नैस्डैक-100 1 1,651 0.8%
निफ्टी प्राइवेट बैंक 2 1,097 0.5%
वित्त वर्ष 2010 2011 2012 2013 2014 2015 2016 2017 2018 2019 2020 2021
ईटीएफ एयूएम 957 2516 1607 1476 4528 8060 16063 44436 72888 134626 146462 206680
ईटीएफ की संख्या 14 18 21 23 26 34 45 51 56 66 76 82
  • 27,49,389 करोड़ कुल एयूएम म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का
  • 2,06,680 करोड़ एयूएम इसमें से ईटीएफ के जरिए
  • 7.52 फीसदी हिस्सेदारी ईटीएफ की कुल एयूएम में

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