दिल्ली में बुधवार को एक घंटे की हुई बारिश ने दिल्ली सरकार, एमसीडी, जल बोर्ड सहित सभी विभागों का फिर से पोल खोल कर रख दिया। महज एक घंटे की बारिश से दिल्ली के रिंग रोड से लेकर सचिवालय, आइटीओ के कई ऑफिस, कॅनाट प्लेस से लेकर दक्षिणी दिल्ली सहित इलाके तालाब में तब्दील हो गई। सड़कों से लेकर पार्किंग में खड़ी गाड़ियां पानी में डूबी नजर आई तो कई जगह पानी में बच्चे तैरते दिखे। जबकि रविवार को हुई जोरदार बारिश के चलते मिंटो रोड पर हुए जलभराव में एक टेंपो चालक की जान भी चली गई थी पर आज भी जिस तरह से दिल्ली में जलमग्न हुई इससे नहीं लगता की किसी भी विभाग के अधिकारी ने इस घटना से सबक लिया हो।
मानसून से पहले नालों की सफाई नहीं होने के कारण सभी बड़ी सड़कों पर जलभराव देखने को मिली। दिल्ली के कॅनाट प्लेस, ग्रीन पार्क, नेहरू प्लेस, मुनिरका के आउटर रिंग रोड, पर भी पानी भरा आउटर रिंग रोड भी जलमग्नमुनिरका के आउटर रिंग रोड पर भी पानी भर गया।
जिसके कारण गाड़ियों की रफ्तार धीमी हो गयी और आईआईटी से लेकर मुनिरका तक लंबा जाम लग गया, जिसकी वजह से लोगों को दोहरी मार झेलनी पड़ी। एक तो सड़क पानी में डूबी रही दूसरी तरफ ट्रैफिक जाम से लोग परेशान दिखे। पानी से खराब कारों और दुपहियों को धक्के लगाते दिखे। बुधवार को हुई तेज बारिश के कारण एनडीएमसी के इलाके में अशोक रोड, महिपालपुर ढांसा बस स्टैंड, नजफगढ़ मेट्रो स्टेशन सहित अन्य इलाकों में सड़क धंसने के कारण वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
अलर्ट | 27 जुलाई तक रोजाना बारिश
दिल्ली के लोगों के लिए खुशखबरी है कि 27जुलाई तक ऐसे ही रोजाना बारिश होने के कारण मौसम तो सुहाना बना रहेगा, लगातार कहीं तेज तो कहीं धीमी बारिश होने के कारण पुरी दिल्ली में जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ेगा। इस दौरान 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा भी चल सकती है। मौसम विज्ञानी महेश पलावत का कहना है कि दक्षिणी पाकिस्तान पर एक चक्रवाती सिस्टम हवाओं में बना हुआ है।
एक अन्य चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर बना हुआ है। मानसून का ट्रफ पंजाब से लेकर हिमालय के तराई क्षेत्रों तक बनी हुई है। इसलिए वायुमंडल में बदले परिस्थितियों के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश तो कहीं मूसलाधार बारिश हुई है।