एचएसबीसी बैंक का शेयर 25 साल के निचले स्तर पर, इस साल कंपनी का शेयर करीब 50% तक नीचे गिरा

ब्रिटेन मूल की कंपनी एचएसबीसी बैंक का शेयर 25 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया है। लंदन स्टॉक एक्सचेंज में कंपनी का शेयर साल 1995 के स्तर पर पहुंच गया है। सोमवार को कंपनी का शेयर लंदन और हांगकांग के शेयर मार्केट में 4 फीसदी नीचे बंद हुआ। कथित रूप से ब्लैक मनी के मामले में बैंक का नाम आने से बैंक का शेयर लगातार नीचे गिर रहा है।

एचएसबीसी बैंक का शेयर इस साल अबतक 50 फीसदी नीचे गिर चुका है। 80 मिलियन डॉलर (588 करोड़ रु.) के फ्रॉड से जुड़े दस्तावेजों में बैंक की भूमिका होने की खबर से शेयर में भारी बिकवाली देखने को मिली है।फिनसेन (FinCen) फाइल के मुताबिक 80 मिलियन डॉलर (533 करोड़ रुपए) के फ्रॉड गतिविधि में बैंक की भूमिका रही। सोमवार को बाजार में एचएसबीसी बैंक के अलावा स्टैंडर्ड चार्टेड, डॉयशे बैंक और बार्कले के शेयरों में भी भारी गिरावट रही।

फ्रॉड का मामला

बैंक और अन्य फाइनेंशियल फर्म द्वारा अमेरिकी ट्रेजरी के फाइनेंशियल क्राइम इंफोर्समेंट नेटवर्क (FinCen) के पास दी गई संदेहजनक एक्टिविटी रिपोर्ट (SARs) के लीक होने के आधार पर मीडिया में रिपोर्ट आ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एचएसबीसी बैंक, बार्कलेज और डॉयशे बैंक ने प्रतिबंध के बावजूद लगभग दो दशकों से मनी लॉंड्रिंग से रकम उगाही कर रहे थे।
इसके मुताबिक 80 मिलियन डॉलर (533 करोड़ रुपए) के फ्रॉड में एचएसबीसी बैंक की भूमिका है। एचएसबीसी ने 2013 और 2014 में हांगकांग में अपने अमेरिकी कारोबार के माध्यम से खातों में मनी ट्रांसफर किया था।

खबर का असर

एचएसबीसी बैंक का शेयर लंदन शेयर मार्केट में 3.3 प्रतिशत नीचे गिरा। इसके अलावा स्टैंडर्ड चार्टेड का शेयर भी 3.6 फीसदी नीचे आ गया। शेयर अपने 22 सालों में सबसे निचले स्तर है। जबकि डॉयशे बैंक का शेयर 5.2 प्रतिशत नीचे कारोबार कर रहा था। ग्लोबल बैंकों में आई इस गिरावट के बाद स्टॉक्स साल के शुरुआती स्तर से आधा हो गया है। 2 जनवरी 2020 में एचएसबीसी बैंक का शेयर 595.10 पर ट्रेड कर रहा था। इससे पहले एचएसबीसी बैंक सहित अन्य ग्लोबल बैंकों ने अमेरिकी द्वारा ईरान पर लगाए गए प्रतिबंध के नियमों को
तोड़ने पर अरबों डॉलर का जुर्माना भी भर चुके हैं।

एचएसबीसी बैंक के शेयर पर दबाव के कारण

  • कोरोना के कारण बैंक का एनपीए यानी बुरे फंसे कर्ज 8-13 बिलियन डॉलर (58-95 हजार करोड़ रु.) तक बढ़ गया है।
  • इस साल अगस्त में प्री-टैक्स प्रॉफिट 65 फीसदी घटा है, जो 4.3 बिलियन डॉलर (31.62 हजार करोड़ रुपए) की है। जो जानकारों के अनुमान से कहीं ज्यादा था।
  • चीन ने हांगकांग में नया राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लाया है। इससे चीन-अमेरिका में तनाव बढ़ा है, जिसमें ब्रिटेन भी शामिल है। इससे राजनीतिक तनाव भी बढ़ा है।

आगे की योजना

शेयर में गिरावट और बुरे फंसे कर्ज के बीच बैंक ग्लोबल बैंकिंग ऑपरेशन का रिस्ट्रक्चरिंग कर आगे बढ़ रहा है। मार्च में नोएल क्विन ने मुख्य कार्यकारी का पद संभाला था। उन्होंने कहा कि बैंक यूरोपीय ऑपरेशन से रकम गंवा रहा है। जिससे बैंक अब यूरोप के मुकाबले एशिया में ज्यादा फोकस करेगा। उन्होंने कहा कि रिस्ट्रक्चरिंग का काम तेजी से करेंगे, जिसमें करीब 35,000 कर्मचारियों की छंटनी शामिल है।

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ग्लोबल बैंकों में आई इस गिरावट के बाद स्टॉक्स साल के शुरुआती स्तर से आधा हो गया है। 2 जनवरी 2020 में एचएसबीसी बैंक का शेयर 595.10 पर ट्रेड कर रहा था।