एनपीएस सब्सक्राइबर्स को जल्द ही नेशनल पेंशन स्कीम में सिस्टमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के जरिये निवेश करने का विकल्प मिल सकता है। एनपीएस में एसआईपी उसी प्रकार से काम करेगा, जिस प्रकार से म्यूचुअल फंड में एसआईपी काम करता है। एसआईपी टेक्निक के तहत निवेशक अपने बैंक को आदेश देता है कि एक निश्चित राशि हर निश्चित अंतराल पर किसी निर्धारित निवेश इंस्ट्र्रूमेंट में ट्र्रांसफर कर दिया जाए। एसआईपी छोटे निवेशकों के लिए काफी सुविधाजनक होती है। सरकार एनपीएस को बेहतर बनाने और निवेशकों के लिए इसे अधिक आकर्षक बनाने के लिए लगातार काम कर रही है।
एसआईपी सुविधा शुरू करने की तारीख निश्चित नहीं
एनएसडीएल ई-गवर्नेंस के एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट अमित सिन्हा ने कहा कि हम एनपीएस सब्सक्राइर्स के लिए एसआईपी जैसा मॉडल लाने पर गंभीरता से काम कर रहे हैं। सिन्हा ने हालांकि एनपीएस में एसआईपी लांच करने के लिए कोई तारीख नहीं बताई। उन्होंने कहा कि मैं इसके लिए कोई तारीख नहीं बता रहा हूं। लेकिन कुछ महीनों में एनपीएस सब्सक्राइबर्स एसआईपी सुविधा की उम्मीद कर सकते हैं।
सरकारी कर्मचारियों द्वारा टैक्स डिडक्शन के तहत किए गए योगदान पर 3 साल का लॉक-इन
कुछ दिनों पहले सरकार ने एक अधिसूचना जारी कर एनपीएस टियर-2 अकाउंट को सेक्शन 80सी के तहत टैक्स डिडक्शन के दायरे में कर दिया। पहले एनपीएस टियर-2 में कोई लॉक-इन नहीं था। अधिसूचना के बाद सरकारी कर्मचारी टैक्स डिडक्शन के तहत जो योगदान करेंगे उसपर तीन साल का लॉक-इन होगा। निजी क्षेत्र के कर्मचारियों द्वारा एनपीएस टियर-2 में किया जाने वाले योगदान पर कोई डिडक्शन नहीं मिलेगा और उस पर लॉक-इन भी नहीं लगेगा।