सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) फ्रेश केस फाइल करने की तैयारी में है, जो कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के निष्कर्षों के आधार पर होगा। रिपोर्ट्स में यह दावा ईडी के अधिकारियों के हवाले से किया गया है। इससे पहले ईडी ने 31 जुलाई को सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह द्वारा पटना में दर्ज कराई एफआईआर के आधार पर रिया चक्रवर्ती समेत छह लोगों के खिलाफ मनी लॉन्डरिंग का केस दर्ज किया था।
एनसीबी ने कई लोगों को गिरफ्तार किया
ईडी के एक अधिकारी के हवाले से रिपोर्ट में लिखा गया है, “पहले हमने केके सिंह की शिकायत के आधार पर केस दर्ज किया था, जिसमें सुशांत सिंह राजपूत के खाते से 15 करोड़ रुपए के गबन की जांच की गई। जबकि नया केस एनसीबी की फाइंडिंग पर बेस्ड होगा, जिसके तहत कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है।”
अधिकारी ने कहा कि अब वे ड्रग्स की तस्करी और खरीदी से बने पैसे के एंगल से जांच करेंगे। एक अन्य अधिकारी के हवाले से लिखा गया कि नए केस में ड्रग्स बेचने, खरीदने और इसकी तस्करी करने को अपराध के रूप में देखा जाएगा। अधिकारी ने कहा, “हम एनसीबी से जांच की कॉपी लेंगे और उसकी स्टडी करेंगे। डॉक्युमेंट्स को अच्छे से पढ़ने के बाद हम नया केस रजिस्टर्ड करने पर फैसला लेंगे।”
26 अगस्त को एनसीबी ने केस दर्ज किया था
26 अगस्त को नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो ने रिया चक्रवर्ती व अन्य के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज किया। दरअसल, ईडी ने रिया चक्रवर्ती के दो फोन को क्लोन करके उससे डिलीट डाटा रिकवर किया था। क्लोनिंग के बाद रिया के चैट के रिकॉर्ड सामने आए और उसमें ड्रग्स कनेक्शन का खुलासा हुआ था।
रिया समेत 10 लोग हो चुके गिरफ्तार
एनसीबी ने ड्रग्स की खरीद-परोख्त के मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें रिया चक्रवर्ती, उनके भाई शोविक, सुशांत के हाउस मैनेजर सैमुअल मिरांडा, दीपेश सावंत शामिल हैं। एनसीबी ने कैजाद इब्राहिम, जैद विलात्रा और अब्दुल बासित परिहार जैसे ड्रग पैडलर और इन तक ड्रग्स की सप्लाई करने वाले अनुज केसवानी को भी गिरफ्तार किया है।
रिया चक्रवर्ती, शोविक चक्रवर्ती, अब्दुल बासित, जैद विलात्रा, दीपेश सावंत और सैमुअल मिरांडा 22 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में रहेंगे। उन्होंने सेशन कोर्ट से जमानत मांगी थी, लेकिन उनकी याचिका शुक्रवार को खारिज कर दी गई।