एम्स के पैनल ने सुशांत की हत्या की आशंका को खारिज किया, 302 जोड़े जाने की खबर पर सीबीआई के अधिकारी ने कहा- इसके चक्कर में मत पड़िए

सुशांत सिंह राजपूत डेथ केस में सीबीआई की मदद कर रहे एम्स के पैनल ने पिछले दिनों अपनी रिपोर्ट जांच एजेंसी को सौंपी थी। सूत्रों की मानें तो इसमें पैनल की ओर से अभिनेता की हत्या की आशंका से इनकार किया है। हालांकि, अभी तक सीबीआई की ओर से इसकी आधिकारिक पुष्टि होनी बाकी है। इस बीच दैनिक भास्कर से बातचीत में सीबीआई के एक अधिकारी ने मामले में धारा 302 जोड़े जाने की खबरों का खंडन किया है।

CBI के अधिकारी से हुई बातचीत के अंश:-

सवाल : क्‍या वाकई धारा 302 को जोड़ी गई है?
CBI: यह सरासर गलत है।

सवाल : मगर न्यूज चैनलों पर तो यह खबर धडल्ले से चलाई जा रही है?
CBI: अब इसमें हम क्‍या कर सकते हैं। अभी तो जांच चल रही है।

सवाल: अब तक आपके हाथ जो सबूत लगे हैं, उनसे उम्‍मीद है कि 302 अप्लाई होगी?
CBI: देखिए, भविष्य के बारे में क्‍या होगा? वह कैसे कहा जाए। हम एक केस इन्वेस्टिगेट कर रहे हैं। कल्पनाओं पर आधारित कोई पहेली सॉल्व नहीं कर रहे हैं।

सवाल : यानी अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं मिला है, जिससे 302 अप्लाई हो?
CBI: मैं यही कहना चाहूंगा कि इस वक्‍त 302 के चक्‍कर में मत पड़िए। अभी जांच जारी ही है। इस दौरान जो भी साक्ष्य सामने आ रहे हैं, उन्‍हें मीडिया या किसी और के साथ हम शेयर नहीं कर सकते।

सवाल : आगे कब और किन लोगों को सवाल-जवाब के लिए तलब करने वाले हैं?
CBI : मैं फिर यही कहना चाहूंगा कि जो कुछ भी जांच के दौरान होता है, वह हम शेयर नहीं करते।

सवाल : आरोपियों से अगली हियरिंग कब से होगी?
CBI : देखते हैं। यह तो इन्वेस्टिगेशन पर डिपेंड करता है।

सवाल : अगले हफ्ते मानकर चलें?
CBI: अभी यह नहीं कहा जा सकता। हमारा काम कल्पनाओं पर आधारित नहीं होता। ये चीजें हम बताते नहीं हैं।

Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today


रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा था कि CBI सुशांत के फ्लैट-मेट सिद्धार्थ पिठानी और कुक नीरज को सरकारी गवाह बनाकर मामले में हत्या की धारा जोड़ रही है।