टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल लिमिटेड को वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में 11,022 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा (कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट) हुआ है। सालाना आधार पर यह 432% बढ़ा है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी का मुनाफा 2,072 करोड़ रुपए था। जनवरी-मार्च तिमाही में ऑपरेशन से कंपनी का रेवेन्यू 47,876 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में एयरटेल ने 37,599 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। सालाना आधार पर यह 27% बढ़ा है। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से मिली राशि को रेवेन्यू या राजस्व कहा जाता है। भारती एयरटेल ने आज मंगलवार (13 मई) को जनवरी-मार्च तिमाही और सालाना नतीजे जारी किए हैं। नतीजों में आम आदमी के लिए क्या? कंपनी ने वित्त-वर्ष 2024-25 के लिए हर शेयर पर 16 रुपए फाइनल डिविडेंड यानी लाभांश देने का ऐलान किया है। कंपनियां अपने मुनाफे का कुछ हिस्सा अपने शेयरहोल्डर्स को देती हैं, इसे डिविडेंड या लाभांश कहा जाता है। FY25 की चौथी तिमाही में भारती एयरटेल का मुनाफा 432% बढ़ा सालाना आधार पर तिमाही आधार पर नोट: आंकड़े करोड़ रुपए में हैं। FY 2024 के मुकाबले 2025 में भारती एयरटेल का मुनाफा 350% बढ़ा नोट: आंकड़े करोड़ रुपए में है। भारती एयरटेल का ARPU 245 रुपए रहा इस साल में अब तक शेयर का परफॉर्मेंस कैसा रहा? भारती एयरटेल का शेयर आज 2.47% की गिरावट के साथ 1,824.50 रुपए के स्तर पर बंद हुआ। कंपनी का शेयर एक महीने में 2% और 6 महीने में 18% चढ़ा है। एक साल में कंपनी का शेयर 42% चढ़ा है। भारती एयरटेल का मार्केट कैप 10.91 लाख करोड़ रुपए है। 1995 में हुई थी भारती एयरटेल की शुरुआत भारत सरकार ने 1992 में पहली बार मोबाइल सेवा के लिए लाइसेंस बांटने शुरू किए। कंपनी के फाउंडर सुनील मित्तल ने इस अवसर को समझा और फ्रेंच कंपनी विवेंडी के साथ मिलकर दिल्ली और आस-पास के इलाकों के लाइसेंस हासिल किए। 1995 में मित्तल ने सेल्युलर सर्विस ऑफर करने के लिए भारती सेल्युलर लिमिटेड बनाई और एयरटेल ब्रांड के तहत काम शुरू किया।