एरिसिनफ्रा सॉल्यूशंस का IPO 3 फरवरी को ओपन होगा:5 फरवरी तक बिडिंग कर सकेंगे निवेशक, मिनिमम इन्वेस्टमेंट ₹14,700

एरिसिनफ्रा सॉल्यूशंस लिमिटेड का इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी IPO 3 फरवरी को ओपन होगा। निवेशक इस इश्यू के लिए 5 फरवरी तक बिडिंग कर सकेंगे। 10 फरवरी को कंपनी के शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर लिस्ट होंगे। इस इश्यू के जरिए कंपनी टोटल ₹600 करोड़ जुटाना चाहती है। इसके लिए एरिसिनफ्रा सॉल्यूशंस पूरे ₹600 करोड़ के 2,85,71,428 फ्रेश शेयर जारी करेगी। कंपनी के मौजूदा निवेशक या प्रमोटर ऑफर फॉर सेल यानी OFS के जरिए एक भी शेयर नहीं बेचेंगे। अगर आप भी इसमें पैसा लगाने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं कि आप इसमें कितना निवेश कर सकते हैं। मिनिमम और मैक्सिमम कितना पैसा लगा सकते हैं? एरिसिनफ्रा सॉल्यूशंस ने IPO का प्राइस बैंड ₹200-₹210 तय किया है। रिटेल निवेशक मिनिमम एक लॉट यानी 70 शेयर्स के लिए बिडिंग कर सकते हैं। यदि आप IPO के अपर प्राइज बैंड ₹210 के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते हैं, तो इसके लिए ₹14,700 इन्वेस्ट करने होंगे। वहीं, मैक्सिमम 13 लॉट यानी 910 शेयर्स के लिए रिटेल निवेशक अप्लाय कर सकते हैं। इसके लिए निवेशकों को अपर प्राइज बैंड के हिसाब से ₹1,91,100 इन्वेस्ट करने होंगे। इश्यू का 10% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व कंपनी ने IPO का 75% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए रिजर्व रखा है। इसके अलावा 10% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स और बाकी का 15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्व है। एरिसिनफ्रा सॉल्यूशंस की स्थापना 2021 में हुई थी एरिसिनफ्रा सॉल्यूशंस लिमिटेड की स्थापना 2021 में हुई थी, जो एक B2B कंपनी है। यह कंपनी कंस्ट्रक्शन और इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी से जुड़ी कंपनियों को मटेरियल खरीदने और फाइनेंस मैनेजमेंट में मदद करती है। कंपनी के कस्टमर्स में कैपेसिट इंफ्राप्रोजेक्ट्स लिमिटेड, जे कुमार इंफ्राप्रोजेक्ट्स लिमिटेड, एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड, ईएमएस लिमिटेड, एस पी सिंगला कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड आदि शामिल हैं। IPO क्या होता है? जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।