हॉस्पिटैलिटी फर्म ओयो (OYO) ने भारत और दक्षिण एशिया में अपने नियमित कर्मचारियों को एक अगस्त से पूरा वेतन देने की मंगलवार को घोषणा की। कोविड-19 संकट के चलते कंपनी ने कर्मचारियों के वेतन में कटौती या बिना वेतन की छुट्टी पर भेजने जैसे कदम उठाए थे।
बाकी कर्मचारियों की वेतन कटौती भी अक्टूबर से वापस ली जाएगी
कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा कि 8 लाख रुपए तक की सालाना आय वाले कर्मचारियों की वेतन कटौती एक अगस्त से वापस ली जा रही है। बाकी कर्मचारियों की वेतन कटौती भी अक्टूबर 2020 से फेज वाइज वापस ली जाएगी। बता दें कि कंपनी के भारत और दक्षिण एशिया कारोबार के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोहित कपूर ने कर्मचारियों के साथ एक टाउनहॉल बैठक में यह घोषणा की है।
कंपनी ने कर्मचारियों को बिना वेतन छुट्टी पर भेजा था
कंपनी ने 22 अप्रैल को भारत में अपने कुछ कर्मचारियों को 4 मई से बिना वेतन की छुट्टी पर भेजने की घोषणा की थी। उन्हें चार महीने के लिए छुट्टी पर भेजा गया था। हालांकि कंपनी ने बिना वेतन छुट्टी पर भेजे गए कर्मचारियों को मेडिकल इंश्योरेंस व पैटर्नल इंश्योरेंस, स्कूल फीस रीइंबर्समेंट की सुविधा जारी रखी थी। इसके साथ ही कंपनी ने सभी कर्मचारियों के अप्रैल-जुलाई 2020 के वेतन में 25 प्रतिशत कटौती के लिए भी कहा था। कर्मचारियों ने कहा कि 25 प्रतिशत वेतन कटौती का 12.5 प्रतिशत अक्टूबर से मिलना शुरू होगा जबकि बाकी बचा 12.5 प्रतिशत दिसंबर 2020 से।
5 लाख से कम सैलरी में कटौती नहीं हुई थी
बता दें कि कंपनी ने अपने कर्मचारियों को पहले ही आश्वासन दिया था कि हालात सुधरते ही कंपनी कर्मचारियों को वापस बुला लेगी। कपूर ने अपने कर्मचारियों से अपील की है कि वे होटल के साथ लगातार काम करते हैं। उन्होंने कहा है कि हमारी कोशिश होनी चाहिए कि बिजनेस को प्री-कोविड लेवल तक लेकर जाएं। बता दें कि कंपनी ने जब सैलरी में कटौती का फैसला किया था तब कहा गया था कि जिसकी सैलरी 5 लाख से कम है, उनकी सैलरी में किसी तरह की कटौती नहीं होगी। यानी कि 5 लाख से कम सैलरी वाले कर्मचारियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा था।
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