जस्टिस मनमोहन ने दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। जमैका के प्रधानमंत्री डॉ एंड्रयू होलनेस भारत पहुंचे। वहीं, महाराष्ट्र सरकार ने देशी गाय को ‘राज्यमाता’ का दर्जा दिया। आइए आज के ऐसे ही प्रमुख करेंट अफेयर्स पर नजर डालते हैं, जो सरकारी नौकरियों की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स के लिए अहम हैं… अवार्ड (AWARD) 1. मिथुन चक्रवर्ती को मिलेगा दादा साहेब फाल्के पुरस्कार : इस साल दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड मिथुन चक्रवर्ती को दिया जाएगा। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार, 30 सितंबर को इसकी ऑफिशियल अनाउंसमेंट की। 8 अक्टूबर को 70वीं नेशनल फिल्म अवॉर्ड सेरेमनी में मिथुन को सम्मान दिया जाएगा। अपॉइंटमेंट (APPOINTMENT) 2. एयर मार्शल अमर प्रीत सिंह ने वायुसेना के नए प्रमुख का पदभार संभाला : एयर मार्शल अमर प्रीत सिंह ने सोमवार, 30 सितंबर को भारतीय वायुसेना के नए प्रमुख का पदभार संभाला। उन्होंने एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी की जगह ली। चौधरी तीन साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद रिटायर हुए। 3. जस्टिस मनमोहन ने दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली : जस्टिस मनमोहन ने रविवार, 29 सितंबर को दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने सचिवालय राजनिवास में आयोजित एक समारोह में उन्हें शपथ दिलाई। वह 61 वर्ष के हैं। इस समारोह में दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी सहित कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। नेशनल (NATIONAL) 4. जमैका के प्रधानमंत्री डॉ एंड्रयू होलनेस भारत पहुंचे : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर जमैका के प्रधानमंत्री डॉ. एंड्रयू होलनेस आज 30 सितंबर को भारत पहुंचे। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया। वे 30 सितंबर से 3 अक्टूबर तक 4 दिन की भारत की आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे। यह जमैका के किसी प्रधानमंत्री की भारत की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी। स्टेट इन न्यूज (STATE IN NEWS) 5. महाराष्ट्र सरकार ने देशी गाय को ‘राज्यमाता’ का दर्जा दिया : महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे सरकार ने देशी गाय को राज्यमाता का दर्जा दिया है। सोमवार, 30 सितंबर को कैबिनेट बैठक में सरकार ने ये फैसला लिया। महायुति सरकार ने इसको लेकर अधिसूचना जारी कर दी है। आज का इतिहास (TODAY’S HISTORY) 30 सितंबर का इतिहास : 1954 में आज के दिन ही पहली बार समुद्र की गहराईयों में पहली न्यूक्लियर सबमरीन यानी परमाणु पनडुब्बी उतारी गई थी। इसे अमेरिका ने विकसित किया था। इसका नाम यूएसएस नॉटिलस रखा गया था। नॉटिलस का निर्माण अमेरिकी नौसेना के कैप्टन हाइमन जी. रिकोवर ने किया था, जो एक शानदार रूसी मूल के इंजीनियर थे। रिकोवर 1946 में अमेरिकी परमाणु कार्यक्रम में शामिल हुए थे। 1947 में उन्हें नौसेना के न्यूक्लियर कार्यक्रम का प्रभारी बनाया गया और उन्होंने एक परमाणु पनडुब्बी पर काम शुरू कर दिया। रिकोवर ने तय समय से कई साल पहले दुनिया की पहली न्यूक्लियर सबमरीन विकसित करने में सफलता हासिल कर ली। 30 सितंबर, 1954 को यूएसएस नॉटिलस को कमीशन किया गया।