‘कश्मीर के दर्द को पर्दे पर लाना चाहती हूं’:’लेट्स मीट’ एक्ट्रेस सुमन राणा बोलीं- हम स्कूल में त्योहार नहीं, धमाके देखते थे

एक्ट्रेस सुमन राणा ने हाल ही में फिल्म ‘लेट्स मीट’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया। इस फिल्म में वह तनुज विरवानी के अपोजिट नजर आईं। कश्मीर में जन्मी सुमन सिर्फ एक एक्ट्रेस नहीं हैं, बल्कि हेल्थ मैनेजमेंट में पीएचडी भी कर रही हैं। लेकिन उनके दिल के सबसे करीब हैं कश्मीर की कहानियां, जिन्हें वे बड़े पर्दे पर लाना चाहती हैं। दैनिक भास्कर से बातचीत में सुमन ने अपने बचपन के संघर्षों को शेयर किया। उन्होंने कहा, ‘कश्मीर में ऐसी कई कहानियां हैं, जिन्हें सुनकर रूह कांप जाती है। ‘कश्मीर फाइल्स’ एक फिल्म थी, लेकिन वहां की हर गली, हर घर में ऐसी अनगिनत कहानियां हैं, जिनके बारे में लोगों को जानना चाहिए। लोग किन हालातों से गुजरे हैं, क्या-क्या झेला है, यह सब सामने आना जरूरी है।’ सुमन ने अपने बचपन के अनुभवों को याद करते हुए बताया, ‘जब हम स्कूल जाते थे, तो कई बार दो घंटे में ही छुट्टी हो जाती थी, क्योंकि कहीं फायरिंग हो रही होती थी, कहीं ब्लास्ट हुआ होता था। त्योहार मनाने का तो सवाल ही नहीं था। बचपन में यह सब देखकर हमेशा लगा कि इन कहानियों को लोगों तक पहुंचाना बेहद जरूरी है।’ सुमन मानती हैं कि लोग अपनी आरामदायक जिंदगी में कश्मीर की सच्चाई से बहुत दूर हैं। वे कहती हैं, ‘हम मुंबई में बेफिक्र होकर घूमते हैं, त्योहार एन्जॉय करते हैं, लेकिन कश्मीर में लोग घर से बाहर भी नहीं निकल सकते। खाने-पीने तक की दिक्कत होती है। मैंने खुद यह सब बचपन में जिया है, इसलिए मुझे लगता है कि इसकी सच्चाई दुनिया के सामने आनी चाहिए। कुछ लोगों के लिए यह सिर्फ कहानियां हो सकती हैं, लेकिन कुछ लोगों ने इन्हें जिया है। मैं चाहती हूं कि मैं भी उन कहानियों को पर्दे पर लेकर आऊं।’ हालांकि, फिलहाल सुमन अपने एक्टिंग करियर पर फोकस कर रही हैं, लेकिन उनके दिल में एक सपना है- कश्मीर की असली कहानियों को पर्दे पर लाने का। उन्होंने कहा, ‘अभी मैं अपने एक्टिंग करियर पर ध्यान दे रही हूं, लेकिन जब सही वक्त आएगा, तो मैं अपनी कहानियां खुद लिखूंगी और उन्हें पर्दे पर लाऊंगी। अभी मैं खुद को इतना काबिल नहीं मानती कि अपनी कहानी पिच कर सकूं, लेकिन एक दिन जरूर यह सपना पूरा करूंगी।’