राजस्थान में जारी सियासी दांवपेंच और बयानबाजी के बीच सचिन पायलट खेमे के 3 विधायकों ने शुक्रवार को वीडियो जारी कर अपनी बात रखी है। विधायक वेदप्रकाश सोलंकी, मुरारीलाल मीणा और सुरेश मोदी ने वीडियो में कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कह रहे हैं कि हमें भाजपा ने बंधक बनाया है। यह आरोप गलत है, हम सब अपनी मर्जी से यहां हैं। हम सचिन पायलट के साथ हैं और आगे भी रहेंगे। तीनों विधायकों ने वॉट्सऐप ग्रुप पर यह वीडियो जारी किया है।
दौसा जिले की चाकसू सीट से विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने कहा, ‘‘कुछ लोग जयपुर में आरोप लगा रहे हैं कि हमें यहां बंधक बनाया हुआ है, लेकिन हम सब लोग स्वेच्छा से यहां आए हैं। जहां तक मेरी बात है मैं तो कलेक्टर साहब से पास बनवाकर आया हूं और सबको कहकर आया हूं कि मैं दिल्ली जा रहा हूं। हम सब लोग पूरे विवेक और मन से आए हैं और यहां किसी को भी किसी ने बंधक नहीं बना रखा है। हमने मुख्यमंत्री और आलाकमान से भी एक ही बात कही थी कि सचिन पायलट के साथ हैं और रहेंगे।’’
हम वहां आने के लिए तड़प नहीं रहे: सुरेश मोदी
नीम का थाना से विधायक सुरेश मोदी ने कहा, ‘‘आज गहलोत साहब ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमें भाजपा ने बंधक बना रखा है। मैं यह स्पष्ट कर दूं कि हमें किसी ने बंधक नहीं बना रखा है और न ही हमारे पास बाउंसर बैठे हैं। न हम बीमार हैं। न हम आंसू बहा रहे हैं और न ही हम वहां आने के लिए तड़प रहे हैं। उन्होंने हमारे यहां कोई काम नहीं किया।’’
सुरेश मोदी ने कहा, ‘‘हमने इतनी कोशिश की उनसे कहा कि मेरे यहां कुंभाराम लिफ्ट परियोजना का पानी लाओ, मेरी जनता त्रस्त है। मेरे इलाके को जिला बनाओ। पिछले डेढ़ साल में एक भी मांग पर उन्होंने ध्यान नहीं दिया। अब वे इस तरह के आरोप लगा रहे हैं यह गलत है। मेरा निवेदन है कि आप अपनी कुर्सी बचाए रखें, लेकिन उसके लिए सही तरीके अपनाएं। इसके लिए गलत आरोप नहीं लगाएं।’’
मुरारीलाल बोले- एसीबी और एसओजी के कारण हमारे घरवाले भयभीत
दौसा विधायक मुरारीलाल मीणा ने कहा, ‘‘न हमने कांग्रेस छोड़ी है और न ही हमसे भाजपा ने संपर्क किया है। उनके द्वारा की गई उपेक्षा से परेशान होकर हम आलाकमान के सामने अपनी बात रखने के लिए दिल्ली आए हुए हैं। उनके द्वारा जिस प्रकार से एसओजी और एसीबी का प्रयोग किया गया है उससे हमारे परिवार वाले भयभीत हैं।’’
मुरारीलाल ने कहा, ‘‘उनको अपनी कार्यप्रणाली में बदलाव करना चाहिए, क्योंकि इससे कांग्रेस को नुकसान हो रहा है। अगर वे कांग्रेस के इतने बड़े हितैषी हैं और तीन बार मुख्यमंत्री बने हैं तो क्यों कुर्सी से चिपक कर बैठे हैं। उन्हें कांग्रेस की एकता के लिए सीट को छोड़ देना चाहिए।’’
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