कांग्रेस के खिलाफ शशि थरूर के बगावती तेवर:कहा- मैं पार्टी के साथ, लेकिन उन्हें जरूरत नहीं तो मेरे पास भी विकल्प

कांग्रेस सांसद शशि थरूर पार्टी के खिलाफ बगावती तेवर दिखा रहे हैं। उन्होंने रविवार को कहा कि मैं कांग्रेस में हूं, लेकिन अगर पार्टी को मेरी जरूरत नहीं है तो मेरे पास भी विकल्प मौजूद है। हालांकि थरूर ने पार्टी बदलने की अफवाहों का खंडन करते हुए कहा कि भले ही विचारों में अंतर हो, लेकिन वह ऐसा नहीं मानते। केरल के तिरुवनंतपुरम से 4 बार के सांसद थरूर ने हाल ही में केरल की वामपंथी विजयन सरकार की नीतियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प से मुलाकात की तारीफ की थी। उन्होंने केरल में पार्टी नेतृत्व को लेकर भी सवाल उठाए थे। इसके बाद पार्टी की केरल इकाई के मुखपत्र ने उन्हें नसीहत देते हुए लेख छापा था। थरूर ने इन विवादों पर एक मलयालम पॉडकास्ट में कहा कि उन्होंने कभी भी खुद को एक राजनेता के रूप में नहीं सोचा और न ही अपने विचार संकीर्ण रखे। उन्होंने विवादों पर मीडिया से बातचीत में आज कहा- नो कंमेट्स। आज भारत-पाकिस्तान के मैच का आनंद लीजिए। थरूर के पिछले दो दिनों के कमेंट्स पढ़ें… पहला- 22 फरवरी: थरूर ने X पर पोस्ट कर लिखा- बुद्धिमान होना कभी-कभी मूर्खता कहलाती है। उन्होंने अंग्रेजी कवि थॉमस ग्रे की कविता ‘ओड ऑन ए डिस्टेंट प्रॉस्पेक्ट ऑफ ईटन कॉलेज’ का एक कोट शेयर किया और लिखा- ‘जहां लोगों को अज्ञानता में खुशी मिलती है, वहां बुद्धिमानी दिखाना मूर्खता है।’ दूसरा- 18 फरवरी: थरूर दिल्ली में राहुल गांधी से मिले। उन्होंने पार्टी में किनारे किए जाने पर राहुल से नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, ‘मुझे संसद में महत्वपूर्ण बहसों में बोलने का मौका नहीं मिलता। पार्टी में मुझे इग्नोर किया जा रहा है। मैं पार्टी में अपनी स्थिति को लेकर असमंजस में हैं। राहुल गांधी मेरी भूमिका स्पष्ट करें।’ रिपोर्ट्स के अनुसार, राहुल गांधी ने शशि थरूर की शिकायतों का कोई खास जवाब नहीं दिया। थरूर को यह महसूस हुआ कि राहुल इस मामले में कुछ भी करने को तैयार नहीं थे। थरूर को पार्टी से साइडलाइन करने की 2 वजहें… 1. PM मोदी की अमेरिकी यात्रा की तारीफ की अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) शशि थरूर से नाराज है, क्योंकि उन्होंने पार्टी की आधिकारिक रुख से हटकर थरूर ने कई बयान दिए। 15 फरवरी को थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी यात्रा की तारीफ की थी, जिसे पार्टी के एक धड़े ने गलत तरीके से लिया। थरूर ने कहा था… प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात के कुछ महत्वपूर्ण परिणाम देश के लोगों के लिए अच्छे हैं। मुझे लगता है कि इसमें कुछ सकारात्मक हासिल हुआ है, मैं एक भारतीय के रूप में इसकी सराहना करता हूं। इस मामले में मैंने पूरी तरह से राष्ट्रीय हित में बात की है। 2. केरल सरकार की नीति की भी तारीफ कर चुके हैं शशि थरूर ने केरल की LDF सरकार की औद्योगिक नीति की तारीफ की थी। थरूर ने अपने लेख में यह भी कहा कि केरल भारत के टेक्नोलॉजिकल और इंडस्ट्रियल चेंज का नेतृत्व करने के लिए अच्छी स्थिति में है। केरल कांग्रेस के मुखपत्र ने थरूर को नसीहत दी कांग्रेस मुखपत्र में लिखा- मोदी और ट्रम्प की मुलाकात कोई बड़ी उपलब्धि नहीं केरल कांग्रेस के मुखपत्र में थरूर के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्री पर दिए गए बयान को भी निशाने पर लिया गया। संपादकीय में लिखा गया कि PM मोदी की और डोनाल्ड ट्रम्प की मुलाकात कोई बड़ी उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह सिर्फ छवि सुधारने का प्रयास है। एक तरफ कांग्रेस ने थरूर के बयान की आलोचना की तो केरल सरकार ने उनके विचारों का समर्थन किया। वहीं, प्रदेश कांग्रेस समिति (KPCC) अध्यक्ष के सुधाकरण ने सरकार पर आंकड़ों की हेराफेरी करने का आरोप लगाया। …………………………………. शशि थरूर से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… ‘इंडिया अलायंस बना,तब साफ था राज्यों में काम नहीं करेगा’:शशि थरूर बोले- मेरा मंदिर जाना मेरी पार्टी, या कोई पार्टी तय नहीं करेगी जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने केंद्र सरकार के बजट पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- एक लाख रुपए महीना कमाने वाले व्यक्ति को इस बजट में राहत दी गई है, लेकिन जब लोगों की जेब में पैसा ही नहीं है। वह टैक्स कहां से पे करेंगे। उन्होंने कहा- रोजगार तलाशने वालों के लिए इस बजट में कुछ भी नहीं है। केंद्र सरकार सिर्फ कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने की कोशिश कर रही है। इस दौरान उन्होंने कुंभ, इंडिया अलायंस समेत तमाम विषयों पर अपने विचार रखे। पूरी खबर पढ़ें