ये कहानी एक भारतीय जोड़े इंदर और गुरकीरत की है, जो बेहतर भविष्य की तलाश में ऑस्ट्रेलिया में जाकर बस गया। लेकिन महामारी के बाद लॉकडाउन में उनका काम लगभग बंद हो गया। मेलबर्न में रह रहे इस जोड़े ने लॉकडाउन के खाली समय में टिकटॉक और यूट्यूब पर वीडियो पोस्ट कर अपने लिए कमाई का नया सोर्स ढूंढ निकाला।
कहानी इंदर और गुरकीरत की
इंदर और गुरकीरत सराओ 2014 में पंजाब से इंटरनेशनल स्टूडेंट के तौर पर ऑस्ट्रेलिया गए थे। काम की तलाश में इंदर ने उबर ड्राइवर बनकर भी काम किया, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। लॉकडाउन के चलते उसे नया काम मिलने में भी परेशानी आ रही थी। वहीं, गुरकीरत मेलबर्न के ही स्थानीय काॅलेज में काम कर रही थी और लॉकडाउन के बाद वह भी घर पर ही थी।

खाली समय का उठाया फायदा
इंदर और गुरकीरत के लिए लॉकडाउन नया अवसर बनकर आया। सारा दिन घर में रहने के दौरान कपल ने टिकटॉक पर वीडियो अपलोड करना शुरू किए। वह बॉलीवुड, फैशन, कुकिंग, रिलेशनशिप और कल्चर से जुड़े वीडियो पोस्ट कर रहे थे। उनके टिकटॉक चैनल @indersarao और @gurkiratrandhawa पर कुल 22 मिलियन सब्सक्राइबर्स हो गए थे। लेकिन जुलाई में टिकटॉक भारत में बैन होने से तगड़ा झटका लगा। उनके चैनल पर आने वाली ऑडियंस भारत से ही थी। इसके बाद उन्होंने अपना फोकस यूट्यूब चैनल पर कर दिया।

यूट्यूब से हाेने लगी कमाई
इंदर और गुरकीरत बताते हैं कि उनके यूट्यूब चैनल की कंटेंट थीम भारत से ऑस्ट्रेलिया बसने और यहां की चुनौतियों से जुड़ी होती है। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया में इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को आने वाली मुश्किलों और जॉब्स से जुड़ी परेशानियों पर सलाह देते हैं। उनके यूट्यूब 1.20 लाख सब्सक्राइबर्स हैं। कपल ने बताया कि उन्होंने यूट्यूब चैनल की पहली कमाई से हाई डेफिनेशन कैमरा खरीदा था। उनके वीडियो भारत और दुनियाभर में फैले पंजाबी कम्युनिटी में काफी पसंद किए जा रहे हैं।