केंद्र-किसानों की छठी वार्ता आज:केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान आएंगे; पंधेर बोले- पॉजिटिव रिस्पॉन्स नहीं मिला तो 25 फरवरी को दिल्ली कूच

न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) समेत अन्य मांगों को लेकर आंदोलनकारी किसानों और केंद्र की छठी वार्ता आज (22 फरवरी) चंडीगढ़ में होगी। मीटिंग में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज चौहान, प्रह्लाद जोशी के अलावा अधिकारी शामिल होंगे। किसानों की तरफ से संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के प्रमुख जगजीत सिंह डल्लेवाल व किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर की अगुआई में 28 किसान नेता पहुंचेंगे। डल्लेवाल को खनौरी बॉर्डर से एम्बुलेंस के जरिए चंडीगढ़ लाया जाएगा। 14 फरवरी को भी डल्लेवाल मीटिंग में शामिल हुए थे। तब उन्होंने कहा था कि केंद्र के साथ किसानों की मीटिंग पॉजिटिव रही। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर का कहना है कि 25 फरवरी को दिल्ली कूच करने का प्रोग्राम तय है। हम ग्राउंड पर नहीं हारे तो टेबल टॉक पर भी नहीं हारेंगे। वार्ता में अगर पॉजिटिव रिस्पॉन्स आता है तो इसमें बदलाव तय है। कैंडल मार्च निकाल दी गई शुभकरण को श्रद्वांजलि
शुक्रवार को किसानों ने दिल्ली कूच की कोशिश में मारे गए युवा किसान शुभकरण सिंह की बरसी मनाई। इस मौके बठिंडा स्थित बल्लो गांव में शुभकरण की प्रतिमा स्थापित कर उसे श्रद्वांजलि दी गई। वहीं, शंभू, खनौरी और रतनपुर बॉर्डर पर श्रद्वांजलि समारोह करवाए गए साथ ही यहां पर कैंडल मार्च का आयोजन भी किया गया। इनमें काफी संख्या में किसान शामिल हुए। शुभकरण की 21 फरवरी 2024 को उस समय मौत हो गई थी। जब किसान खनौरी बॉर्डर से दिल्ली की तरफ बढ़ रहे थे। इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच हुई झड़प में शुभकरण को गोली लग गई और उसकी मौत हो गई। किसानों का आरोप था कि हरियाणा पुलिस की चलाई गोली लगने से शुभकरण की मौत हुई थी। हालांकि पुलिस ने इन सभी आरोपों को खारिज कर दिया था। किसान आंदोलन से जुड़ीं 3 अहम बातें… 1. HC ने शंभू बॉर्डर खोलने को कहा, हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट गई
फरवरी 2024 में किसानों को शंभू बॉर्डर पर रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रास्ता बंद कर दिया। इसके खिलाफ अंबाला के व्यापारियों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की। हाईकोर्ट ने एक हफ्ते में बॉर्डर खोलने के आदेश दिए। मगर, इसके खिलाफ हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई। सुप्रीम कोर्ट इस मामले में 10 सुनवाई कर चुका है। इस दौरान रिटायर्ड जस्टिस की अगुआई में कमेटी भी बनाई, जो किसानों और सरकार के बीच मध्यस्थता कर मामला निपटा सके, लेकिन किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। 2. 3 बार दिल्ली कूच की कोशिश की
केंद्र के बातचीत भी बंद करने के बाद किसानों ने दिल्ली कूच का फैसला किया। मगर, हरियाणा सरकार ने ट्रैक्टर समेत दिल्ली जाने की परमिशन देने से इनकार कर दिया। इसके बाद 101 किसानों के जत्थे दिल्ली रवाना किए गए। हालांकि हरियाणा पुलिस ने उन्हें भी शंभू बॉर्डर की बैरिकेडिंग पर रोक लिया। किसानों ने 6, 8 और 14 दिसंबर को दिल्ली कूच की कोशिश की लेकिन तीनों बार पुलिस ने रोक लिया। किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे गए। 3. डल्लेवाल ने अनशन शुरू किया, SC तक मामला पहुंचा
इसी बीच किसान नेता जगजीत डल्लेवाल ने बेटे-बहू और पोते के नाम संपत्ति कर आमरण अनशन का ऐलान कर दिया। हालांकि 26 नवंबर 2024 को अनशन से पहले पंजाब पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। मगर, उन्होंने वहीं अनशन शुरू कर दिया। किसानों के दबाव में 1 दिसंबर को पंजाब पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया। उनका तब से ही अनशन जारी है। इसी बीच मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। मगर, डल्लेवाल ने मेडिकल मदद लेने से इनकार कर दिया। कोर्ट में करीब 10 बार उनकी सेहत को लेकर सुनवाई हुई। जिसके बाद केंद्र ने 14 फरवरी को बातचीत का न्योता दे दिया। तब डल्लेवाल मेडिकल सुविधा के लिए राजी हो गए। ******************* ये खबर भी पढ़ें :- केंद्र-आंदोलनकारी किसानों की मीटिंग बेनतीजा:22 फरवरी को कृषि मंत्री शिवराज चौहान भी शामिल होंगे केंद्र सरकार और आंदोलनकारी किसानों के प्रतिनिधिमंडल की 14 फरवरी को चंडीगढ़ में 5वें दौर की मीटिंग हुई थी। मीटिंग में 28 किसान नेता शामिल हुए। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत पर चिंता जताई। करीब साढ़े 3 घंटे चली मीटिंग में कोई हल नहीं निकला। पढ़ें पूरी खबर