दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) की चौथी और आखिरी लिस्ट आ गई है। इसमें 38 नाम हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली से चुनाव लड़ेंगे। CM आतिशी को कालकाजी से उम्मीदवार बनाया गया है। सौरभ भारद्वाज ग्रेटर कैलाश, सत्येंद्र जैन शकूर बस्ती से चुनाव लड़ेंगे। AAP ने 21 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच यानी 25 दिनों में कुल 4 लिस्ट में 70 प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए हैं। इस बार 26 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे गए हैं। 4 विधायकों की सीट बदली गई है। इनमें मनीष सिसोदिया की सीट पटपड़गंज से जंगपुरा, राखी बिडलान की मंगोलपुरी से मादीपुर, प्रवीण कुमार की जंगपुरा से जनकपुरी और दुर्गेश पाठक की करावल नगर से राजेंद्रनगर सीट बदली गई है। 2020 में राघव चड्ढा राजेंद्रनगर से विधायक बने थे। 2022 में उनके राज्यसभा जाने के बाद से यह सीट खाली है। 13 दिसंबर: तीसरी लिस्ट में 1 नाम, नजफगढ़ से तरुण यादव को टिकट
AAP ने 13 दिसंबर को तीसरी लिस्ट जारी की थी। इसमें सिर्फ एक कैंडिडेट का नाम था। पार्टी ने तरुण यादव को नजफगढ़ से उम्मीदवार बनाया है। इस सीट से पूर्व मंत्री कैलाश गहलोत विधायक थे। गहलोत पिछले महीने AAP से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए हैं। 9 दिसंबर: दूसरी लिस्ट में 20 नाम, 17 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे
9 दिसंबर को 20 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट में 17 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे गए थे, जबकि 3 की सीट बदली गई थी। पूर्व डिप्टी CM मनीष सिसोदिया जंगपुरा से चुनाव लड़ेंगे। पहले वे पटपड़गंज से चुनाव लड़ते थे। AAP ने UPSC टीचर अवध ओझा को पटपड़गंज से उतारा है। ओझा ने 2 दिसंबर को ही पार्टी जॉइन की थी। चर्चित चेहरे में तिमारपुर से मौजूदा विधायक दिलीप पांडेय का टिकट काट दिया गया। उनकी जगह भाजपा से AAP में शामिल हुए सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू को उम्मीदवार बनाया गया है। 21 नवंबर: पहली लिस्ट में 11 नाम, कांग्रेस से आए 3 नेताओं को टिकट
AAP ने 21 नवंबर को उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी। लिस्ट में 11 नाम थे। इनमें से छह नेता ऐसे थे, जो BJP या कांग्रेस छोड़कर आप में शामिल हुए हैं। ब्रह्म सिंह तंवर, बीबी त्यागी और अनिल झा ने हाल ही में BJP छोड़ी थी। वहीं जुबैर चौधरी, वीर सिंह धींगान और सुमेश शौकीन कांग्रेस से AAP में आए हैं। दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को खत्म हो रहा है। इलेक्शन कमीशन कार्यकाल के खत्म होने की तारीख से पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी कराता है। दिल्ली सरकार में पिछले एक साल में 3 बड़ी हलचल… 1. केजरीवाल जेल से 156 दिन बाद रिहा: शराब नीति केस में ED ने केजरीवाल को 21 मार्च को अरेस्ट किया था। केजरीवाल ने करीब 156 दिन जेल में बिताए। फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। उनके खिलाफ दो जांच एजेंसियों (ED और CBI) ने केस दर्ज किया है। केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने 13 सितंबर को CBI केस में जमानत दी थी। वहीं, ED मामले में उन्हें सुप्रीम कोर्ट से 12 जुलाई को जमानत मिली थी। 2. CM पद से इस्तीफा: जेल से बाहर आने के बाद अरविंद केजरीवाल ने 17 सितंबर शाम को CM पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके साथ आतिशी और 4 मंत्री मौजूद थे। इसके बाद आतिशी ने नई सरकार बनाने के लिए दावा पेश किया। इसके बाद दिल्ली सरकार ने 26 और 27 सितंबर को 2 दिन का विधानसभा सत्र भी बुलाया था। सत्ता परिवर्तन पर भाजपा ने कहा कि मेकओवर से AAP के दाग नहीं छिपेंगे। 3. आतिशी नई CM बनीं: आतिशी ने 21 सितंबर को दिल्ली की 9वीं मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। उपराज्यपाल (LG) विनय सक्सेना ने उन्हें शपथ दिलाई। शपथ के बाद आतिशी ने अरविंद केजरीवाल के पैर छुए। वे दिल्ली की सबसे युवा (43 साल) CM हैं। इससे पहले केजरीवाल 45 साल की उम्र में CM बने थे। आतिशी, सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित के बाद दिल्ली की तीसरी महिला CM हैं। आम आदमी पार्टी से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… कैलाश गहलोत भाजपा में शामिल: कहा- ED-CBI के दबाव में AAP नहीं छोड़ी आम आदमी पार्टी (AAP) और दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा देने के 24 घंटे बाद कैलाश गहलोत 18 नवंबर को भाजपा में शामिल हो गए। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस दौरान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी मौजूद थे। पढ़ें पूरी खबर…
AAP ने 13 दिसंबर को तीसरी लिस्ट जारी की थी। इसमें सिर्फ एक कैंडिडेट का नाम था। पार्टी ने तरुण यादव को नजफगढ़ से उम्मीदवार बनाया है। इस सीट से पूर्व मंत्री कैलाश गहलोत विधायक थे। गहलोत पिछले महीने AAP से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए हैं। 9 दिसंबर: दूसरी लिस्ट में 20 नाम, 17 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे
9 दिसंबर को 20 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट में 17 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे गए थे, जबकि 3 की सीट बदली गई थी। पूर्व डिप्टी CM मनीष सिसोदिया जंगपुरा से चुनाव लड़ेंगे। पहले वे पटपड़गंज से चुनाव लड़ते थे। AAP ने UPSC टीचर अवध ओझा को पटपड़गंज से उतारा है। ओझा ने 2 दिसंबर को ही पार्टी जॉइन की थी। चर्चित चेहरे में तिमारपुर से मौजूदा विधायक दिलीप पांडेय का टिकट काट दिया गया। उनकी जगह भाजपा से AAP में शामिल हुए सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू को उम्मीदवार बनाया गया है। 21 नवंबर: पहली लिस्ट में 11 नाम, कांग्रेस से आए 3 नेताओं को टिकट
AAP ने 21 नवंबर को उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी। लिस्ट में 11 नाम थे। इनमें से छह नेता ऐसे थे, जो BJP या कांग्रेस छोड़कर आप में शामिल हुए हैं। ब्रह्म सिंह तंवर, बीबी त्यागी और अनिल झा ने हाल ही में BJP छोड़ी थी। वहीं जुबैर चौधरी, वीर सिंह धींगान और सुमेश शौकीन कांग्रेस से AAP में आए हैं। दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को खत्म हो रहा है। इलेक्शन कमीशन कार्यकाल के खत्म होने की तारीख से पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी कराता है। दिल्ली सरकार में पिछले एक साल में 3 बड़ी हलचल… 1. केजरीवाल जेल से 156 दिन बाद रिहा: शराब नीति केस में ED ने केजरीवाल को 21 मार्च को अरेस्ट किया था। केजरीवाल ने करीब 156 दिन जेल में बिताए। फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। उनके खिलाफ दो जांच एजेंसियों (ED और CBI) ने केस दर्ज किया है। केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने 13 सितंबर को CBI केस में जमानत दी थी। वहीं, ED मामले में उन्हें सुप्रीम कोर्ट से 12 जुलाई को जमानत मिली थी। 2. CM पद से इस्तीफा: जेल से बाहर आने के बाद अरविंद केजरीवाल ने 17 सितंबर शाम को CM पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके साथ आतिशी और 4 मंत्री मौजूद थे। इसके बाद आतिशी ने नई सरकार बनाने के लिए दावा पेश किया। इसके बाद दिल्ली सरकार ने 26 और 27 सितंबर को 2 दिन का विधानसभा सत्र भी बुलाया था। सत्ता परिवर्तन पर भाजपा ने कहा कि मेकओवर से AAP के दाग नहीं छिपेंगे। 3. आतिशी नई CM बनीं: आतिशी ने 21 सितंबर को दिल्ली की 9वीं मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। उपराज्यपाल (LG) विनय सक्सेना ने उन्हें शपथ दिलाई। शपथ के बाद आतिशी ने अरविंद केजरीवाल के पैर छुए। वे दिल्ली की सबसे युवा (43 साल) CM हैं। इससे पहले केजरीवाल 45 साल की उम्र में CM बने थे। आतिशी, सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित के बाद दिल्ली की तीसरी महिला CM हैं। आम आदमी पार्टी से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… कैलाश गहलोत भाजपा में शामिल: कहा- ED-CBI के दबाव में AAP नहीं छोड़ी आम आदमी पार्टी (AAP) और दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा देने के 24 घंटे बाद कैलाश गहलोत 18 नवंबर को भाजपा में शामिल हो गए। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस दौरान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी मौजूद थे। पढ़ें पूरी खबर…