कैफे कॉफी डे चलानेवाली कंपनी कॉफी डे इंटरप्राइजेज लिमिटेड को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (मार्च-जून) में रेवेन्यू से भी 90 प्रतिशत ज्यादा 1,672.41 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ है। एक साल पहले समान तिमाही में यह लाभ महज 21.06 करोड़ रुपए था। हालांकि इस बार मुनाफा में बेतहाशा वृद्धि कंपनी में हिस्सेदारी बेचने की वजह से हुई है।
कुल खर्च 15 प्रतिशत बढ़कर 1,128 करोड़ रहा
स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में कंपनी ने कहा है कि पिछले एक वर्ष में उसने माइंडट्री में अपनी हिस्सेदारी बेची है। कंपनी के रेवेन्यू में इस दौरान 4 प्रतिशत की गिरावट आई है। यह 926.80 करोड़ रुपए रहा है। एक साल पहले समान तिमाही में यह 966 करोड़ रुपए था। कंपनी का कुल खर्च इस दौरान 15 प्रतिशत बढ़कर 1,128.57 करोड़ रुपए हो गया। एक साल पहले इसी अवधि में यह 981 करोड़ रुपए था।
ग्लोबल एज सॉफ्टवेयर में शेयरों की बिक्री से 23 करोड़ का घाटा
कंपनी ने बताया कि वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही में कंपनी में और माइंडट्री में शेयरों की बिक्री से एक्सेप्शनल आइटम में कुल रेवेन्यू 1,941.95 करोड़ रुपए रहा है। हालांकि इसमें ग्लोबल एज सॉफ्टवेयर में शेयरों की बिक्री से 23 करोड़ रुपए का घाटा भी हुआ है। कॉफी और इससे संबंधित बिजनेस से कंपनी का रेवेन्यू 442.57 करोड़ रुपए रहा है। यह वित्त वर्ष 2020 की पहली तिमाही में 471.85 करोड़ रुपए की तुलना में 6 प्रतिशत से ज्यादा कम रहा है।
कमर्शियल ऑफिस लीज के रेवेन्यू में 23 प्रतिशत की बढ़त
इंटीग्रेटेड मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक से कंपनी का रेवेन्यू 11.91 प्रतिशत बढ़कर 362 करोड़ रुपए रहा है। एक साल पहले इसी अवधि में यह 323 करोड़ रुपए था। फाइनेंशियल सर्विसेस से रेवेन्यू में 48.33 प्रतिशत की कमी आई है और यह 66.38 करोड़ रुपए रहा है। कमर्शियल ऑफिस के लीज से कंपनी के रेवेन्यू में 22.53प्रतिशत की बढ़त देखी गई है और यह 45 करोड़ रुपए रहा है।
कैफे आटउलेट की संख्या में आई कमी
इसकी सब्सिडियरी कॉफी डे ग्लोबल से रेवेन्यू में 6 प्रतिशत की कमी आई है। यह 442.57 करोड़ रुपए रहा है। इसी अवधि में इसके कैफे आउटलेट की संख्या में भी कमी आई है। यह 1,480 रहा है। एक साल पहले यह 1,742 था। हालांकि इसकी वेंडिंग मशीन की संख्या इसी दौरान 49,037 से बढ़कर 59,115 हो गई है।