कोरोना की मंदी में चालू वित्त वर्ष का पहला आईपीओ 13 जुलाई को खुल रहा है। रोसरी बायोटेक इस इश्यू से 500 करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा है। इसका मूल्य दायरा 423 से 425 रुपए तय किया गया है। इस पूरे कैलेंडर साल का यह दूसरा आईपीओ है। इससे पहले एसबीआई कार्ड का एकमात्र आईपीओ आया था। जबकि एक आईपीओ को सब्सक्रिप्शन नहीं मिलने से वापस लेना पड़ा था।
आईपीओ 15 जुलाई को बंद होगा। 10 जुलाई को एंकर निवेशकों के लिए शेयर अलॉट होगा।
ऑफर फॉर सेल और फ्रेश इश्यू का समावेश
रोसरी बायोटेक मूलरूप से स्पेशियालिटी केमिकल बनाती है। कंपनी ने बुधवार को बताया कि इस आईपीओ के जरिए ऑफर फॉर सेल और प्रमोटर्स का शेयर शामिल होगा। प्रमोटर्स इसके जरिए 1.05 करोड़ इक्विटी शेयरों को बेचेंगे। जबकि एडवर्ड मेंजेस 52.50 लाख इक्विटी शेयरों को और सुनिल चारी भी इतने ही शेयरों की बिक्री करेंगे। कंपनी इसके जरिए 50 करोड़ रुपए की नई पूंजी जुटाएगी। हालांकि पहले यह साइज 150 करोड़ रुपए थी।
आईपीओ के पहले 99.99 करोड़ रुपए जुटाया
कंपनी ने बताया कि आईपीओ से पहले उसने प्लेसमेंट के जरिए 99.99 करोड़ रुपए जुटाए थे। इसके तहत उसने तमाम निवेशकों को 23.52 लाख इक्विटी शेयरों को बेचा था। इसमें सुंदरम म्यूचुअल फंड, मालबार इंडिया फंड, एक्सिस न्यू फंड, मिरै असेट मिड कैप फंड, सुंदरम सिलेक्ट माइक्रो कैप सिरीज, आईसीआईसीआई लोंबार्ड जनरल इंश्योरेंस कंपनी का समावेश है।
पर्सनल केयर और अन्य सेक्टर में है शामिल
रोसरी बायोटेक होम, पर्सनल केयर और परफार्मेंस केमिकल पर फोकस करती है। यह टेक्सटाइल्स स्पेशियालिटी केमिकल्स में लीडर है। यह एक्रीलिक पॉलीमर्स का भी निर्माण करती है। कंपनी कंस्ट्रक्शन केमिकल और वाटर ट्रीटमेंट फॉर्मूलेशन में ज्वाइंट वेंचर की योजना बना रही है। कंपनी फ्रेश इश्यू और आईपीओ से पहले जुटाई गई राशि का उपयोग कर्ज को चुकाने और अन्य पर खर्च करेगी। इसमें 65 करोड़ कर्ज के लिए और 50 करोड़ रुपए वर्किंग कैपिटल के लिए खर्च होगा।
2023 तक 308 अरब डॉलर का होगा स्पेशियालिटी केमिकल सेक्टर
कंपनी का रेवेन्यू 603 करोड़ रुपए रहा है जबकि शुद्ध लाभ 65 करोड़ रुपए रहा है। पिछले तीन सालों में इसकी सीएजीआर की दर से वृद्धि 41.65 प्रतिशत रेवेन्यू में रही है। शुद्ध लाभ में इसी अवधि में 60 प्रतिशत की दर से वृद्धि रही है। साल 2018 में वैश्विक स्तर पर स्पेशियालिटी केमिकल का बाजार 237 अरब डॉलर रहा है। 2023 तक इसे 308 अरब डॉलर तक जाने का अनुमान है। आईपीओ के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स में एक्सिस कैपिटल है।