कोरोना मरीजों का इलाज करते 160 स्वास्थ्य कर्मी भी आए चपेट में, 95 फीसदी कोरोना योद्धा ठीक हुए

कोरोना संक्रमण का असर लोगों के साथ-साथ स्वास्थ्य कर्मचारियों पर भी पड़ा है। तीन नंबर स्थित कोविड अस्पताल के अभी तक डेढ़ सौ से अधिक कर्मचारी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में कोरोना की ड्यूटी में लगे 160 स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना संक्रमण की जद में आ चुके हैं। हालांकि राहत की बात यह है कि इनमें से 95 फीसदी स्वस्थ हो गए हैं। इसके बाद इन्होंने दोबारा ड्यूटी भी ज्वाइन कर ली है। जबकि कई कर्मचारी अभी होम क्वारंटीन है। इनका डॉक्टरों की निगरानी में इलाज चल रहा है।

एनआईटी तीन नंबर स्थित ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज को सरकार ने कोविड अस्पताल घोषित कर रखा है। शहर में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज यहीं पर भर्ती हैं। डॉक्टरों की देखरेख में इनका इलाज चल रहा है। इस दौरान डॉक्टर मरीजों को देखने जाते हैं। नर्सिंग स्टाफ को भी समय-समय पर मरीज को दवा व अन्य खुराक देनी पड़ती है। इसी तरह अन्य कर्मचारियों की भी ड्यूटी तय है। इस कारण ये सीधे तौर पर कोरोना मरीजों के संपर्क में आते हैं। हालांकि स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोरोना से बचाव के लिए अस्पताल की ओर से सभी पीपीई किट, मास्क, सेनिटाइजर आदि दिए जाते हैं। इसके बावजूद ये कोरोना के संपर्क में आने से बच नहीं सके।

चार माह में 160 कर्मचारी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए। कोरोना संक्रमित होने के बाद भी स्वास्थ्य कर्म‌चारियों के हौंसले कम नहीं हुए हैं। उन्होंने इस बीमारी को मात देकर एक बार फिर ड्यूटी ज्वाइन कर ली है। ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के रजिस्ट्रार डॉ. अनिल पांडे के अनुसार कोविड अस्पताल में कोरोना ड्यूटी में लगे सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों को सुरक्षा संबंधी पीपीई किट, मास्क, दस्ताने आदि उपलब्ध कराए जाते हैं। अभी तक अस्पताल के 160 स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 95 फीसदी कर्मचारियों ने स्वस्थ होकर दोबारा ड्यूटी पर आ गए हैं। जबकि अन्य मरीजों का उपचार किया जा रहा है। जल्द ही स्वस्थ होकर ये भी ड्यूटी पर लौट आएंगे।

ईएसआईसी अस्पताल की ओपीडी सेवा 13 अगस्त से होगी शुरू

ईएसआईसी मे‌डिकल कॉलेज एवं अस्पताल से जुड़े कार्डधारकों के लिए राहतभरी खबर है। कोरोना के कारण कुछ महीने से अस्पताल की बंद पड़ी ओपीडी सेवा 13 अगस्त से शुरू हो रही है। इससे मरीजों को इलाज के लिए सेक्टर-8 ईएसआई अस्पताल के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। इसके अलावा उक्त अस्पताल से मरीजों का दबाव भी कम हो जाएगा। हालांकि शुरुआत में विभिन्न विभागों की ओपीडी में 100-100 मरीज ही देखे जाएंगे। कोरोना महामारी की शुरुआत होने के बाद जून में सरकार ने ओपीडी सेवा बंद कर ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल को कोविड अस्पताल घोषित कर दिया था। साथ ही मेडिकल कॉलेज से जुड़े कार्डधारकों को सेक्टर-8 स्थित ईएसआई अस्पताल से अटैच कर दिया गया था।

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फरीदाबाद. तीन नंबर स्थित इस ईएसआईसी मेडिकल कालेज और अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाया गया है।