भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच अनिल कुंबले ने कहा कि वे इस पद पर काम करके बहुत खुश थे। हालांकि, कोच पद से विदाई बेहतर तरीके से हो सकती थी, लेकिन अब उसका पछतावा नहीं है। पूर्व स्पिनर कुंबले की कोचिंग में भारतीय टीम ने 17 में से 12 टेस्ट जीती, सिर्फ 1 हारा, 4 मैच ड्रॉ रहे थे।
कुंबले ने ऑनलाइन चैटिंग में जिम्बाब्वे के पूर्व क्रिकेटर पॉमी म्बांग्वा से कहा, ‘‘हमने उस एक साल में काफी अच्छा प्रदर्शन किया था। मैं सचमुच काफी खुश था कि इसमें कुछ योगदान मेरा भी रहा। फिलहाल, मुझे किसी बात का कोई पछतावा नहीं है। मैं वहां से आगे बढ़कर भी खुश हूं।’’
कुंबले की कोचिंग में भारत टेस्ट में नंबर-1 बना था
उन्होंने कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि मेरी विदाई बेहतर तरीके से हो सकती थी, लेकिन फिर भी ठीक है। कोच के तौर पर आपको पता होता है कि कब आगे बढ़ना है। मैं सचमुच काफी खुश था, मैंने उस एक साल में काफी अहम भूमिका निभाई थी।’’ कुंबले की कोचिंग में टीम इंडिया ने बाहर जाकर वेस्टइंडीज को हराया था, जबकि घरेलू सीरीज में न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया को हराकर भारत टेस्ट में नंबर वन टीम बनी थी।
कोहली से मतभेद के कारण दे दिया था इस्तीफा
कुंबले जून 2016 से 2017 तक एक साल टीम इंडिया के कोच रहे थे। 2017 में ही टीम चैम्पियंस ट्रॉफी में उपविजेता बनी थी। उसके तुरंत बाद कुंबले ने पद छोड़ दिया था। ऐसा माना जाता है कि उस टूर्नामेंट से पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली ने बीसीसीआई को बताया था कि खिलाड़ी कुंबले के साथ असहज महसूस करते हैं। साथ ही कुंबले-कोहली के बीच मतभेद भी थे।
आईसीसी क्रिकेट समिति के अध्यक्ष हैं कुंबले
कुंबले वर्तमान में आईसीसी क्रिकेट समिति के अध्यक्ष हैं। इनकी अध्यक्षता वाली समिति ने कोरोना के बीच क्रिकेट शुरू करने में बॉल पर थूक के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया। वहीं वह किंग्स इलेवन पंजाब के साथ क्रिकेट ऑपरेशंस के डायरेक्टर हैं।