कोहली 3-4 साल और खेल सकते हैं- शास्त्री:रोहित भविष्य पर फैसला लें; पठान बोले– शर्मा कप्तान नहीं होते तो प्लेइंग–11 से बाहर रहते

भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री का मानना ​​है कि विराट कोहली में अभी भी 3-4 साल का क्रिकेट बचा है। वहीं, कप्तान रोहित शर्मा को टेस्ट फॉर्मेट में फॉर्म और तकनीक सही न होने की वजह से ऑस्ट्रेलिया सीरीज के बाद फ्यूचर के बारे में सोचना चाहिए। टीम इंडिया सोमवार को मेलबर्न टेस्ट में 184 रन से हार गई। दूसरी पारी में कप्तान रोहित शर्मा 9 और विराट कोहली 5 ही रन बना सके। दोनों प्लेयर्स का फॉर्म इस साल खराब ही रहा। BGT में रोहित 6 की औसत से रन बना पा रहे
भारत के सीनियर बल्लेबाज रोहित और कोहली लगातार खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। रोहित ने पांच पारियों में केवल 31 रन बनाए, वह एक ही बार दहाई का आंकड़ा छू सके। सीरीज में उनके स्कोर 3, 6, 10, 3 और 9 रहे। इस दौरान उनका औसत महज 6.20 का रहा है। इतना ही नहीं, यह ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर आए किसी कप्तान का सबसे कम औसत है। पर्थ टेस्ट के बाद से कोहली आउट ऑफ फॉर्म
पर्थ टेस्ट में शतक के बावजूद कोहली ऑफ स्टंप की बाहर की बॉल पर लगातार आउट हो रहे हैं। सीरीज में उनका स्कोर 5, 100, 7, 11, 3, 36 और 5 है। शास्त्री ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा, ”मुझे लगता है कि कोहली अगले तीन या चार साल तक और क्रिकेट खेल सकते हैं, उनकी टेक्निक में ज्यादा खामियां नहीं हैं। कप्तान नहीं होते तो प्लेइंग-11 में भी नहीं रहते रोहित- इरफान
भारत के पूर्व तेज गेदबाज इरफान पठान का मानना ​​है कि अगर रोहित शर्मा भारत के कप्तान नहीं होते तो उन्हें मौजूदा फॉर्म के कारण प्लेइंग-XI में जगह भी नहीं मिलती। उन्होंने कहा, ”आपके पास एक सेट टीम होती। केएल राहुल ओपनर बल्लेबाज हैं, उन्होंने यशस्वी जायसवाल के साथ मिलकर शानदार खेल दिखाया है। रोहित बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट के दौरान चार पारियों में केवल 42 रन बना सके थे। वहीं न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों में केवल 91 रन बना सके। विराट अपने आउट होने के तरीके से निराश होंगे: शास्त्री
कोहली के बारे में बात करते हुए शास्त्री ने कहा, विराट ने पहली पारी में अच्छी बल्लेबाजी की थी। वह अपने आउट होने के तरीके से निराश होंगे, क्योंकि ऑफ स्टंप के बाहर ड्राइव करने वाली बॉल को वह छोड़ सकते थे। शास्त्री ने कहा, विराट ऑफ स्टंप के बाहर ड्राइव करना नहीं छोड़ रहे हैं। हम सभी उनके अनुशासन के बारे में बात करते हैं, वह उस अनुशासन को मैदान पर क्यों नहीं ला सकते? पंत का विकेट टर्निंग पॉइंट था
मैच पर शास्त्री ने कहा, मुझे लगता है कि ऋषभ पंत का विकेट मैच का टर्निंग पॉइंट था। ऑस्ट्रेलिया जानता था कि पंत और जायसवाल के रहते वह मैच नहीं जीत सकते थे। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का पांचवां और अंतिम टेस्ट 3 जनवरी से सिडनी में शुरू होगा।