क्वालिटी पावर इलेक्ट्रिकल इक्विपमेंट्स लिमिटेड का इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी IPO आज ओपन होगा। निवेशक इस इश्यू के लिए 18 फरवरी तक बिडिंग कर सकेंगे। 21 फरवरी को कंपनी के शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर लिस्ट होंगे। इस इश्यू के जरिए कंपनी टोटल ₹858.70 करोड़ जुटाना चाहती है। इसके लिए क्वालिटी पावर इलेक्ट्रिकल इक्विपमेंट्स के मौजूदा निवेशक ₹633.70 करोड़ के 1,49,10,500 शेयर ऑफर फॉर सेल यानी OFS के जरिए बेच रहे हैं। वहीं, कंपनी IPO के लिए ₹225 करोड़ के 52,94,118 नए शेयर इश्यू करेगी। मिनिमम और मैक्सिमम कितना पैसा लगा सकते हैं? क्वालिटी पावर इलेक्ट्रिकल इक्विपमेंट्स ने IPO का प्राइस बैंड ₹401-₹425 तय किया है। रिटेल निवेशक मिनिमम एक लॉट यानी 26 शेयर्स के लिए बिडिंग कर सकते हैं। यदि आप IPO के अपर प्राइज बैंड ₹425 के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते हैं, तो इसके लिए ₹11,050 इन्वेस्ट करने होंगे। वहीं, मैक्सिमम 18 लॉट यानी 468 शेयर्स के लिए रिटेल निवेशक अप्लाय कर सकते हैं। इसके लिए निवेशकों को अपर प्राइज बैंड के हिसाब से ₹1,98,900 इन्वेस्ट करने होंगे। इश्यू का 10% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व कंपनी ने IPO का 75% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए रिजर्व रखा है। इसके अलावा 10% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स और बाकी का 15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्व है। 2001 में हुई थी क्वालिटी पावर इलेक्ट्रिकल इक्विपमेंट लिमिटेड क्वालिटी पावर इलेक्ट्रिकल इक्विपमेंट लिमिटेड की स्थापना 2001 में हुई थी, जो पावर जनरेशन, ट्रांसमिशन, डिस्ट्रीब्यूशन और ऑटोमेशन सेक्टर्स में पावर प्रोडक्ट्स और सॉल्यूशन के प्रोविजन में एक्सपर्टीज रखती है। इसके साथ ही लार्ज स्केल रिन्यूएबल्स जैसे एप्लीकेशंस के लिए तैयार किए गए इक्विपमेंट और सॉल्यूशन भी उपलब्ध कराती है। कंपनी के प्रमोटर थलवैदुरई पांडियन, चित्रा पांडियन, भरणीधरन पांडियन और पांडियन फैमिली ट्रस्ट हैं। क्वालिटी पावर इलेक्ट्रिकल इक्विपमेंटके लिस्टेड कॉम्पिटीटर्स में ट्रांसफॉर्मर्स एंड रेक्टिफायर्स (इंडिया), हिताची एनर्जी इंडिया और जीई वर्नोवा TD इंडिया जैसी कंपनियां शामिल हैं। IPO क्या होता है? जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।