खड़गे बोले- पहलगाम हमले पर PM मोदी गंभीर नहीं:सर्वदलीय बैठक में नहीं पहुंचे, बिहार में रैली करने में व्यस्त थे

कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को बेंगलुरु में कहा- पहलगाम हमले पर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में सभी राजनीतिक दलों के नेता मौजूद थे। प्रधानमंत्री मोदी को भी आना चाहिए था, लेकिन वे नहीं आए। हमने बैठक में सबसे पहले यही सवाल उठाया था। खड़गे ने कहा- जब देश में 26 लोगों मारे गए और कई घायल हों, तब भी PM का सर्वदलीय बैठक के प्रति रवैया ठीक नहीं है। उस वक्त मोदी बिहार में चुनावी रैली को संबोधित करने में व्यस्त थे। अगर वह बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं तो इसका मतलब है कि वह इसे लेकर गंभीर नहीं हैं। पहलगाम हमले को लेकर 24 अप्रैल को पार्लियामेंट एनेक्सी में 2 घंटे तक सर्वदलीय बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की। अमित शाह, एस जयशंकर, मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी समेत कई नेता इसमें शामिल हुए। पहलगाम के नजदीक बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को आतंकियों ने 26 टूरिस्ट की हत्या कर दी थी। इनमें एक नेपाली नागरिक शामिल था। 10 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। केंद्र सरकार ने शनिवार को पहलगाम हमले की जांच NIA (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) को सौंप दी। सरकार ने माना पहलगाम हमले में सुरक्षा में चूक हुई
सर्वदलीय बैठक में केंद्र सरकार ने माना कि पहलगाम हमले में सुरक्षा में चूक हुई है। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि आईबी और गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने मीटिंग में विपक्षी नेताओं को सुरक्षा में हुई चूक के बारे में जानकारी दी। वहीं, विपक्ष ने कहा कि वे सरकार के साथ हैं। विपक्षी सांसदों ने आतंकी कैंपों को नष्ट करने की मांग की। कहा की सरकार आतंक के खिलाफ कड़े कदम उठाए। बैठक के बाद राहुल गांधी ने कहा- हमारा हर एक्शन पर सरकार को पूरा सपोर्ट है। सर्वदलीय बैठक दो घंटे चली। बैठक में पहलगाम हमले में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। खड़गे बोले- इस मुद्दे पर हम एक हैं
सर्वदलीय बैठक के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि आज की ऑल पार्टी मीटिंग में सभी पार्टियों के लोग आए थे। हमने कहा कि इस मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी जरूरी थी, क्योंकि वे ही अंतिम निर्णय लेंगे। मंत्रियों ने कहा कि हम आज की बैठक की बातें पीएम को बता देंगे। हमने कहा कि बता देना और बात है, खुद सुनकर निर्णय लेना और बात है। हमने कहा कि वहां थ्री-टियर सिक्योरिटी रहती है, इसके बाद सिक्योरिटी लैप्स कैसे हुआ? वहां पर एक हजार लोग पहुंचे हुए थे। ये सिक्योरिटी फेल्योर और इंटेलिजेंस का नेग्लीजेंस है। टेररिस्ट अटैक हुआ, सरकार को तेज और जल्दी एक्शन लेना था, जो नहीं लिया गया। सभी नेताओं ने एकसाथ मिलकर कहा कि देशहित में सरकार जो भी निर्णय लेगी, हम साथ हैं। इस मुद्दे पर हम सब एक हैं। ———————————— पहलगाम हमले से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… पहलगाम आतंकी हमले की जांच NIA करेगी, सुरक्षाबलों ने कश्मीर में 8 आतंकियों के घर धमाके से ढहाए केंद्र सरकार ने शनिवार को पहलगाम हमले की जांच NIA (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) को सौंप दी। इस बीच ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने शनिवार को पीएम नरेंद्र मोदी से फोन पर बात कर हमले की निंदा की। राष्ट्रपति मसूद ने कहा, ‘आतंक के खिलाफ ईरान भारत के साथ है। एक दिन पहले ईरान ने भारत-पाक तनाव पर मध्यस्थता की पेशकश की थी।’ पूरी खबर पढ़ें…