अच्छे मानसून के चलते इस साल खरीफ सीजन में बुआई का रकबा बढ़ा है। क्रिसिल की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल मानसून भी सामान्य से करीब 7 फीसदी अधिक रही है। सालाना आधार पर बुआई 5.7 फीसदी ज्यादा हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक इस वर्ष सीजन में 1104 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बुआई हो चुकी है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून का असर
इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून से ज्यादातर राज्य कवर हुए हैं। बारिश पिछले 5 सालों के रिकॉर्ड स्तर पर हैं। रिपोर्ट के मुताबिक खरीफ सीजन में तेजी है, लेकिन अभी इसमें और बढ़त देखना बाकी है। 23 राज्यों और केंद्रशासित राज्यों के लगभग 49 फीसदी जिलों में इस बार सामान्य बारिश हुई है।
उत्पादन में बढ़त का अनुमान
कोरोना के चलते खाद्य पदार्थों की खपत और मांग दोनों बढ़ी हैं। ऐसे में खरीफ फसलों की रिकॉर्ड बुआई से राहत मिलने का अनुमान है। इससे पहले केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने उत्पादन में बढ़त की उम्मीद जताई है। उनका मानना है कि वर्ष 2020-21 (जुलाई-जून) के दौरान कुल खाद्यान्न उत्पादन का आंकड़ा 29.83 करोड़ टन को पार कर जा सकता है। इस साल जून में पिछले साल के मुकाबले 44 फीसदी ज्यादा बुआई हुई है। जो पिछले साल देरी से आए मानसून के चलते 19 फीसदी कम थी।